
मुंबई. 'पुरानी हवेली','विराना' और 'तहखाना' जैसी हॉरर फिल्मों के लिए चर्चित सात 'रामसे ब्रदर्स' में से एक, श्याम रामसे का बुधवार को एक अस्पताल में सुबह निधन हो गया। खबरों की मानें तो सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें कोकिलाबेन हॉस्पिटल में ले जाया गया। जहां 18 सितंबर को श्याम रामसे ने अपनी अंतिम सांस ली।
67 वर्षीय श्याम रामसे न्यूमोनिया से पीड़ित थे।
श्याम रामसे के एक संबंधी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से बुधवार सुबह ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। न्यूमोनिया से उनका अस्पताल में देहांत हो गया।'
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श्याम भारतीय सिनेमा में हॉरर फिल्मों की वजह से लंबे समय तक एक खास जगह रखने वाले रामसे ब्रदर्स में से एक थे। रामसे ब्रदर्स ने 1970 और 1980 के दशक में कम बजट में हॉरर फिल्में बनाईं जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा। माना जाता है कि इन हॉरर फिल्मों के पीछे असली सोच श्याम रामसे की होती थी। उन्होंने 'दरवाजा', 'पुराना मंदिर', 'वीरना' और 'द जी हॉरर शो' जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था।