कंगना ने साधा गांधी-नेहरू पर निशाना, बताया आखिर क्यों प्रधानमंत्री नहीं बन पाए सरदार वल्लभ भाई पटेल

लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की शनिवार को 145वीं जयंती है। इस अवसर पर कंगना रनोट ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही कंगना ने महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना भी की। कंगना ने सरदार पटेल के समझौतों के लिए गांधीजी को जिम्मेदार ठहराया। कंगना रनोट ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने गांधीजी और नेहरू पर जमकर निशाना साधा।

Asianet News Hindi | Published : Oct 31, 2020 7:26 AM IST / Updated: Oct 31 2020, 01:00 PM IST

मुंबई। लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की शनिवार को 145वीं जयंती है। इस अवसर पर कंगना रनोट ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही कंगना ने महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना भी की। कंगना ने सरदार पटेल के समझौतों के लिए गांधीजी को जिम्मेदार ठहराया। कंगना रनोट ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने गांधीजी और नेहरू पर जमकर निशाना साधा। आखिर ऐसा क्या कह गईं कंगना... 

 

कंगना ने पहले ट्वीट में लिखा है, उन्होंने गांधीजी को खुश करने के लिए भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में सबसे योग्य और निर्वाचित पद का बलिदान दिया, क्योंकि उन्हें (गांधीजी) लगता था कि नेहरू बेहतर अंग्रेजी बोलते हैं। इससे सरदार वल्लभभाई पटेल को नहीं, लेकिन देश को कई दशकों तक नुकसान उठाना पड़ा। हमारे लिए अब जो ठीक है, उसे बेशर्मी से छीन लेना चाहिए।

 

कंगना रनोट ने अपने अगले ट्वीट में कहा- सरदार पटेल भारत के असली लौहपुरुष हैं। मुझे लगता है कि गांधी जी नेहरू की तरह एक कमजोर दिमाग चाहते थे, ताकि वे खुद को सामने रखकर देश पर कंट्रोल कर सकें और सभी तरह के फैसले ले सकें। प्लान अच्छा था लेकिन गांधीजी के मरने के बाद जो हुआ, वह डिजास्टर था।

 

एक और ट्वीट में कंगना ने लिखा- भारत के लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। आप एक ऐसी शख्सियत थे, जिन्होंने हमें आज का भारत दिया है, लेकिन आपने प्रधानमंत्री पद से समझौता कर हमारे महान नेतृत्व और दूरदर्शिता को हमसे दूर किया है। हमें आपके फैसले पर गहरा अफसोस है।

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