अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'गुलाबो सिताबो' 12 जून को अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। हालांकि अपने विवादों के लिए मशहूर एक्टर और क्रिटिक कमाल राशिद खान (केआरके) को यह फिल्म बिल्कुल भी पसंद नहीं आई।
मुंबई। अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'गुलाबो सिताबो' 12 जून को अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। हालांकि अपने विवादों के लिए मशहूर एक्टर और क्रिटिक कमाल राशिद खान (केआरके) को यह फिल्म बिल्कुल भी पसंद नहीं आई। केआरके ने फिल्म का जमकर मजाक उड़ाया, जिस पर गुलाबो सिताबो के डायरेक्टर शूजीत सरकार ने उन्हें करारा जवाब दिया है।
'गुलाबो सिताबो' देखने के बाद केआरके ने ट्वीट करते हुए डायरेक्टर शूजीत सरकार को इस फिल्म को थिएटर में रिलीज ना करने के लिए धन्यवाद दिया। केआरके ने ट्वीट में लिखा, 'गुलाबो सिताबो देखने के बाद मैं डायरेक्टर शूजीत सरकार साहब से पूछना चाहूंगा कि सर जी क्या करना चाह रहे थे आप! वास्तव में मंशा क्या थी। देखने वालों की रूह निकालना चाहते थे क्या सर। कोई बात नहीं। अच्छा हुआ कि आपने इसे थिएटर में रिलीज नहीं किया।
केआरके के ट्वीट पर करारा जवाब देते हुए शूजीत सरकार ने लिखा, 'सर आप मेरी हर फिल्म को इतना प्यार देते हैं कि मैं आपकी बात सुनकर गदगद हो जाता हूं। देखने के लिए शुक्रिया। अगली फिल्म में फिर से मिलेंगे यहीं पर'।
फिल्म 'गुलाबो-सिताबो' की कहानी एक हवेली के मालिक मिर्जा (अमिताभ बच्चन) और किराएदार बांके रस्तोगी (आयुष्मान खुराना) के इर्द-गिर्द घूमती है। इन दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते हैं। मकान मालिक चाहता है कि किसी भी तरह से उसका किराएदार घर छोड़कर चला जाए लेकिन वह ऐसा करने में कामयाब नहीं हो पाता। इसके बाद मामला अदालत में पहुंच जाता है। कोर्ट में मामला उलझता देखकर किराएदार आयुष्मान अपने मकान मालिक को सुझाव देता है कि वह उसे गोद ले सकता है।