लता मंगेशकर का 92 की उम्र में निधन हो गया। कोरोना और निमोनिया से पीड़ित लता जी के जाने से देश-दुनिया में शोक की लहर है। इसी बीच उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें में सहारा लेकर चलती नजर आ रही है।
मुंबई. लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 92 की उम्र में निधन हो गया। कोरोना और निमोनिया से पीड़ित लता जी के जाने से देश-दुनिया में शोक की लहर है। हर कोई उनके जाने का गम का मना रहा है। आमजन से लेकर बॉलीवुड सेलेब्स तक ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसी बीच उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें में सहारा लेकर चलती नजर आ रही है। ये वीडियो तब का है जब उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि उनकी हालत इतनी खराब है कि बिना सहारे के चलना-फिरना भी उनके लिए मुश्किल हो गया था। दो महिलाएं उन्हें पकड़े और वे धीरे-धीरे चल रही है। आपको बता दें कि रविवार सुबह उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। और उनका अंतिम संस्कार शाम को शिवाजी पार्क में किया गया था। इस मौके पर पीएम मोदी भी विशेष रूप से मौजूद थे।
आखिरी वक्त में ये कर रही थी लता जी
लता मंगेशकर एक महीने से अस्पताल में एडमिट थीं। उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी। अपने अंतिम समय में लता जी क्या कर रही थीं इस बारे में वॉइसओवर आर्टिस्ट हरीश भिमानी ने जानकारी दी। हरीश को लता जी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने बताया कि लता अपने अंतिम दिनों में पिता दीनानाथ मंगेशकर को याद कर रही थीं। लता अपने पिता की रिकॉर्डिंग्स मंगवाकर उन्हें सुन रही थीं और उसे गाने की कोशिश भी करती थीं। निधन से दो दिन पहले अस्पताल में ईयरफोन मंगवाया था। उन्हें मास्क हटाने के लिए मना किया गया था फिर भी वे मास्क हटाकर गाती थीं। बता दें कि लता जी अपने पिता को गुरु मानती थीं।
अपने गाने सुनना पसंद नहीं थे
आपको जानकार हैरानी होगी कि लता जी अपने ही गाने सुनने से डरती थी। हरीश ने बताया कि जब वे अपने ही गाने सुनती थी तो वे अपनी ही गलतियां पकड़ती थी और इसी वजह से वे काफी दुखई हो जाती थी। उन्हें लगता था कि अगर बड़े-बड़े संगीतकार उनके गाने सुनने को क्या सोचेंगे।
- लता मंगेशकर के निधन के बाद दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। वहीं, कुछ राज्यों में सोमवार को सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया गया है। बता दें कि लता ने 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया और विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30,000 से ज्यादा गाने गाए हैं। अपने सात दशक से अधिक के करियर में उन्होंने अजीब दास्तान है ये, प्यार किया तो डरना क्या, नीला आसमां सो गया और तेरे लिए.. जैसे कई यादगार गानों को अपनी आवाज दी है।
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