जब इस एक्टर से शादी कर ससुराल पहुंचीं रेखा तो स्वागत की बजाय सास ने ऐसे किया था जलील

10 अक्टूबर, 1954 को मद्रास में पैदा हुईं रेखा का असली नाम भानुरेखा गणेशन है। रेखा ने महज 13 साल की उम्र में तेलुगु फिल्म 'रंगुला रत्नम' से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट करियर शुरू किया था।

Asianet News Hindi | Published : Oct 9, 2019 2:53 PM IST / Updated: Oct 09 2019, 08:25 PM IST

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा 65 साल की हो गई हैं। 10 अक्टूबर, 1954 को मद्रास में पैदा हुईं रेखा का असली नाम भानुरेखा गणेशन है। रेखा ने महज 13 साल की उम्र में तेलुगु फिल्म 'रंगुला रत्नम' से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट करियर शुरू किया था। अब तक 65 वसंत देख चुकीं रेखा की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए। इनमें कुछ उनकी प्रोफेशनल लाइफ तो कुछ पर्सनल लाइफ से जुड़े हैं। लेखक यासिर उस्मान ने रेखा की जिंदगी पर एक किताब लिखी है, जिसका नाम है 'रेखा : एन अनटोल्ड स्टोरी'। इस किताब में उन्होंने रेखा की जिंदगी से जुड़े कई अहम किस्से शेयर किए हैं। उन्होंने रेखा के हवाले से किताब में लिखा है कि जब विनोद मेहरा से शादी कर वो ससुराल गईं तो वहां सास ने उनका स्वागत करने के बजाय गालियां देना शुरू कर दी थीं। इतना ही नहीं, रेखा की सास उन्हें मारने चप्पल लेकर दौड़ थीं। ये नजारा देख विनोद मेहरा ने खुद रेखा को अपने घर से चले जाने के लिए कह दिया था। 

जब रेखा को चप्पल से मारने दौड़ी थी उनकी सास : 
यासिर उस्मान ने किताब में लिखा है कि जब कोलकाता में शादी करने के बाद रेखा, विनोद मेहरा के साथ घर आईं तो विनोद की मां कमला भड़क उठी थीं। जैसे ही रेखा अपनी सास के पैर छूने झुकीं तो उन्होंने रेखा को धक्का मारते हुए दूर हटा दिया। इसके बाद कमला ने पहले तो रेखा को जमकर बुरा-भला कहा लेकिन जब इससे भी उनका मन नहीं भरा तो गुस्से में चप्पल लेकर उन्हें मारने तक दौड़ी थीं। 

विनोद ने मां को समझाने की कोशिश की लेकिन : 
दरअसल, रेखा घर के दरवाजे पर खड़ी थीं और उनकी सास उन्हें गालियां दिए जा रही थीं। ये सब देखकर विनोद मेहरा बीचबचाव के लिए आए और मां को समझाने की कोशिश की। हालांकि तब तक अपनी बेइज्जती से दुखी हो चुकीं रेखा घर छोड़ने का मन बना चुकी थीं। विनोद मेहरा ने खुद रेखा से कहा था कि वो अपने घर लौट जाएं और वहीं रहें।

जब सिंदूर लगाकर ऋषि-नीतू की शादी में पहुंच गईं रेखा : 
रेखा से जुड़ा एक और किस्सा शेयर करते हुए यासिर उस्मान ने किताब में लिखा है- 22 जनवरी, 1980 को ऋषि कपूर और नीतू की शादी हुई थी। नीतू ने फ्रेंड रेखा को भी बुलाया था। पार्टी में मनमोहन देसाई के साथ अमिताभ बच्चन एक कोने में खड़े थे, जबकि जया, सास तेजी बच्चन के साथ बैठी थीं। इस बीच रेखा सफेद रंग की साड़ी, गले में मंगलसूत्र, माथे पर लाल रंग की बिंदी और मांग में सिंदूर लगाए पहुंची थीं। रेखा को इस अंदाज में देखकर सभी हैरान रह गए थे। इस दौरान फोटोग्राफर्स का फोकस रेखा पर था, जबकि रेखा अमिताभ को देख रही थीं। 

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