बेटे की याद में दर दर भटक रही मां, रोते हुए बोली-नींद नहीं आती है लौट आओ बेटा...मैं मर जाऊंगी

छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में 11वीं क्लास का एक छात्र 4 दिनों से लापता है। महिला अपने बच्चे के लिए दरदर भटक रही है। वह चीखते हुए कह रही है कि कोई तो मेरे जिगर के टुकड़े को मुझसे मिलवा दो।

Asianet News Hindi | Published : Jan 26, 2020 10:53 AM IST / Updated: Jan 26 2020, 05:00 PM IST

भिलाई (छत्तीसगढ़). मां और बेटे का रिश्ता बहुत ही अनमोल होता है। मां के दिल में बेटे के लिए प्यार ही नहीं बल्कि फिक्र भी होती है। लाडले को जरा सी भी खरोंच आ जाए तो मां को नींद नहीं आती है। ऐसी ही एक कहानी छत्तीसगड़ में सामने आई है। जहां एक महिला अपने बच्चे के लिए दरदर भटक रही है।

पूरा परिवार दरदर भटक रहा
दरअसल. यह मामला भिलाई जिले का है जो एक नाबलिग बेटे के अपहरण से जुड़ा है। 11वीं क्लास का एक छात्र नवनीत करीब 4 दिनों से लापता है। अभी तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है। यहां तक कि जब पुलिस भी उसको नहीं तलाश सकी। तो अपने बेटे के को ढूढ़ने के लिए उसका परिवार निकल पड़ा। 

Latest Videos

महिला चीख-चीखकर पुकार रही बेटे को
नवनीत की मां चीखते हुए कह रही है कि कोई तो मेरे जिगर के टुकड़े को ढूढ़ कर ला दो। वहीं महिला कहती है कि बेटा तुम जल्दी लौट आओ, मुझको नींद भी नहीं आती है। तम नहीं मिले तो मेरा क्या होगा, तुम्हारे बिना जिंदा नहीं रह पाऊंगी। वह रास्ते में मिलने वाले लोगों की अपने बेटे की तस्वीर दिखाकर कहती आपने इसको कहीं देखा है। जब कोई मना कर देता तो उसकी आंखों में आंसू आ जाते।

स्कूल गेट से हो गया लापता
जानाकारी के मुताबिक, नवनीत मूल रूप से बिहार के गया जिले का रहने वाला है। वह अपने भाई के साथ भिलाई मॉडल टाउन में रह रहा था। 21 जनवरी के सुबह की वह अपने स्कूल गेट के सामने से अचानक गायब हो गया। नवनीत कौर के एक स्कूली दोस्त ने कहा वह दो तीन लोगों से मिल रहा था। तभी से वो लापता हो गया।

Share this article
click me!

Latest Videos

10 साल की बच्ची का किडनैप के बाद रेप-मर्डर, फिर दहल उठा ममता बनर्जी का पं. बंगाल
हरियाणा चुनाव के10 अमीर प्रत्याशीः बिजनेसमैन सावित्री जिंदल से धनवान है यह कैंडीडेट
इजरायल ने हमास सरकार के चीफ सहित 3 टॉप लीडर्स को किया ढेर
जवानों का सबसे खतरनाक एक्शन, एक झटके में 28 नक्सली ढेर, जानें मुख्यमंत्री ने क्या कहा
उत्तराखंड: 200 फीट खाई में समा गई बारातियों की बस, तिनकों की तरह बिखरीं लाशें