छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने तीन नाबालिग लड़कियों समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया।
दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने तीन नाबालिग लड़कियों समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया।
शहरी क्षेत्रों में हमले की थी योजना
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने शक्रवार को यहां बताया कि जिले के किरंदुल, दंतेवाड़ा और गीदम क्षेत्र से पुलिस ने सोढ़ी भीमा (29 वर्ष), सोढ़ी नंदा (20 वर्ष) तथा तीन नबालिग लड़कियों को गिरफ्तार किया है। पल्लव ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि नक्सलियों का समूह जिले के शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा बलों पर हमला करने की योजना बना रहा है। सूचना के बाद अलग अलग क्षेत्रों में डीआरजी, जिला बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के संयुक्त दल को गश्त में रवाना किया गया था।
2 नक्सलियों पर पूर्व में CRPF दल पर हमलें करने का आरोप
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गश्त के दौरान पुलिस दल ने शक के आधार पर सात नाबालिग समेत नौ लोगों से पूछताछ की थी। पुलिस को जानकारी मिली कि भीमा और नंदा नक्सलियों के स्माल एक्शन टीम के सक्रिय सदस्य हैं तथा तीन लड़कियां जनमिलिशिया की सदस्य हैं। वहीं नक्सलियों से संबंध नहीं होने के कारण चार अन्य लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
पल्लव ने बताया कि भीमा और नंदा के खिलाफ इस वर्ष 31 जनवरी को नीलावाया गांव में ग्रामीण की हत्या, पंचायत चुनाव के दौरान पोटाली क्षेत्र में सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश और पूर्व में सीआरपीएफ के दल पर हमले में शामिल होने का आरोप है।
दोनों नक्सलियों के सिर पर दो दो लाख रुपये का इनाम है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों से नक्सली साहित्य, एक डोटोनेटर और एक सौ ग्राम गन पावडर बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तीन जनमिलिशिया सदस्य 12 से 17 वर्ष की हैं। उनके खिलाफ पुलिस बल का रेकी करने और सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए विस्फोटक लगाने का आरोप है। तीनों आरोपियों को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है।
भूमकाल क्रांति के 110 वें वर्षगांठ पर थी हमले की योजना
पल्लव ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि नक्सली ‘भूमकाल क्रांति’ के 110वें वर्षगांठ पर पुलिस दलों पर हमले की योजना बना रहे हैं। नक्सली क्षेत्र में चार से 10 फरवरी तक ‘भूमकाल क्रांति’ का वर्षगांठ मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि नक्सली गांव के नाबालिग लड़कियों और लड़कों को अपनी सुरक्षा के लिए ढाल बनाकर लाए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(प्रतिकात्मक फोटो)