
बालोद, छत्तीसगढ़. नवजात को संभालते वक्त बेहद सतर्कता की जरूरत होती है। यह घटना इसी का उदाहरण है। इसे नर्सों की लापरवाही कहें..दादी की भूल या अनजाने में हुई गलती...एक मां की गोद 4 दिनों में सूनी हो गई। गलत तरीके से दूध पिलाना बच्ची की मौत की वजह बन गई। मां का दूध नहीं उतर रहा था। लिहाजा नर्सों ने बच्ची को ऊपरी दूध पिलाने को बोल दिया। दादी ने उसे चम्मच से दूध पिलाया..लेकिन गलत तरीके से लिटाने पर दूध पिलाने से वो श्वांस नली में फंस गया और बच्ची की मौत हो गई।
खुद की गलती पर रो पड़ी दादी..
मामला बालोद के मातृ शिशु हास्पिटल में सोमवार को हुआ। जानकारी के अनुसार दुर्ग शिवपारा निवासी टीकम ढीमर की पत्नी गीता डिलीवरी के लिए अपने मायके कुंदरूपारा से यहां आई थी। शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे गीता ने 3 किलो की स्वस्थ्य बेटी को जन्म दिया। सोमवार सुबह करीब 6 बजे नर्सों ने उसे ऊपरी दूध पिलाने को कहा था। दादी ने उसे चम्मच से दूध पिलाया था। दरअसल, मां को दूध नहीं उतर रहा था। करीब 9 बजे बच्ची की तबीयत बिगड़ गई। फिर 12 बजे उसकी मौत हो गई।
दादी ने बताया कि दूध पिलाने के बाद बच्ची के रोने की आवाज धीरे-धीरे कम होती जा रही थी। उसने दो बार नर्स को बुलाया। लेकिन उन्होंने कहा कि डॉक्टर ही आकर देखेंगे। डॉक्टर करीब 9.30 बजे वहां पहुंचे। बच्ची को एनआरसी में शिफ्ट किया गया। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। इस घटना से डॉक्टरों ने अपना पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानने से मना कर दिया।
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