सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि राकेश्वर को जगरगुंडा इलाके रखा गया है। जहां घना जंगल है और पास में नक्सलियों का गांव है। इससे पहले भी नक्सलियों ने वॉट्सऐप कॉल कर के भी मीडिया को बताया था कि जवान उनके कब्जे में है।
रायपुर (छत्तीसगढ़). शनिवार को बीजापुर के जंगल में हुए नक्सली हमले में 22 जवान शहीद हो गए। जबकि 31 जवान घायल हुए हैं। वहीं राकेश्वर सिंह मनहास नाम के एक जवान चार दिन होने के बाद भी लापता है। बुधवार को नक्सलियों ने एक फोटो जारी कर दावा किया है कि कोबरा बटालियन CRPF के जवान राकेश्वर सिंह उनके कब्जे में है।
सरकार से बातचीत के बाद जवान को सौप दिया जाएगा
नक्सलियों ने फोटो जारी करने के अलावा कहा कि राकेश्वर हमारे पास सुरक्षित हैं। सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि राकेश्वर को जगरगुंडा इलाके रखा गया है। जहां घना जंगल है और पास में नक्सलियों का गांव है। इससे पहले भी नक्सलियों ने वॉट्सऐप कॉल कर के भी मीडिया को बताया था कि जवान उनके कब्जे में है। साथ ही उन्होंने एक प्रेस नोट जारी कर कहा था कि वह सरकार से बातचीत के बाद ही जवान को सौंप देंगे, लेकिन चर्चा के लिए सरकार अपने मध्यस्थों के नाम बताए इसके बाद ही फैसला लिया जाएगा।
तलाश के लिए ऑपरेशन की प्लानिंग
लापता जवान के नक्सलियों के कब्जे में होने के मामले में सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था " हमारा एक जवान लापता है, ऐसी अफवाह है कि वह नक्सलियों के कब्जे में है, अभी हम इस खबर की पुष्टि कर रहे हैं और जवान के लिए आपरेशन भी प्लान कर रहे हैं ।"
पापा की याद में बिलख रही मासूम बेटी
राकेश्वर सिंह के लापता होने से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। जवान की पांच साल की मासूम बेटी अपने पिता को याद कर बिलख रही है। मासूम का एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें वह गुहार लगाते हुए कह रही है कि पापा आप कहां हो जल्दी घर आ जाओ। नक्सल अंकल मेरे पापा को छोड़ दीजिए में उनको बहुत मिस कर रही हूं।
पत्नी ने पीएम मोदी से की विनती
वहीं जवान राकेश्वर सिंह की पत्नी मीनू मनहास भी बिलख रही है, उन्होंने मीडिया के जरिए पीएम मोदी से अपील भी की है। मीनू ने कहा कि 'मोदी जी मेरे पति को वापस ले आइए। अगर वह सुरक्षित हैं तो उन्हें वापस ला दो जैसे अभिनंदन को पाकिस्तान से वापस लेकर आए थे। वैसे ही मेरे पति को वापस ला दो।'