छत्तीसगढ़ में एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसको सुनकर हर कोई सन्न रह गया। जहां एक महिला डॉक्टर ने अपने जन्मदिन को मौत का दिन बना लिया। वह अत्महत्या कर इस दुनिया को अलविदा कह गईं।
बिलासपुर. जन्मदिन सभी के जीवन का बहुत ही खास दिन होता है, यह दिन हर व्यक्ति इसे स्पेशल डे बनाना चाहता है। चाहने वाले आपकी लंबी उम्र की कामना करते हुए शुभ संदेश भेजते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसको सुनकर हर कोई सन्न रह गया। जहां एक महिला डॉक्टर ने अपने जन्मदिन को मौत का दिन बना लिया। वह अत्महत्या कर इस दुनिया को अलविदा कह गई।
अपने 60वें जन्मदिन को बनाया मौत का दिन
दरअसल, हैरान कर देने वाली यह घटना बिलासपुर शहर की है, जहां जानी-मानी चिकित्सक डॉ. अलका राहलकर शुक्रवार देर रात आत्महत्या कर ली। डॉक्टर ने खुद को एनेस्थीसिया का हाईडोज इंजेक्शन लगाकर सुसाइड किया है। अभी तक उनके मरने की वजह सामने नहीं आई है, कि उन्होंने इतना भयानक कदम आखिर क्यों उठाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि डॉक्टर का 60वां जन्मदिन था।
सुसाइड नोट में लिख गईं ये बातें
मृतका ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें लिखा है, मैं अपनी मर्जी से जान दे रही हूं, इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने लिखा-मैं अपनी लाइफ से पूरी तरह से संतुष्ट हूं। फिर भी यह दुनिया छोड़कर जा रही हूं।
पति और बेटा भी डॉक्टर, फिर भी...
बता दें कि डॉ. अलका राहलकर का बिलासपुर में एंडोस्कोपी एंड सर्जिकल क्लीनिक है। जिसको वह खुद चलाती थीं, इतना ही नहीं उनके पति डॉ. चंद्रशेखर राहलकर कैंसर स्पेशलिस्ट हैं। साथ ही उनका बेटा भी सिंगापुर में डॉक्टर है। किसी बात की कोई परेशानी नहीं थी, फिर उन्होंने यह कदम उठा लिया।
एक दिन पहले पति के साथ गईं थी बाहर
पुलिस के मुताबिक, डॉ. अलका के पति हार्ट हार्ट पेंशेट हैं, उनका इलाज रायपुर में चल रहा है। वह दिन पहले ही पति का कराकर के बाद लौटी थीं। कुछ लोगों का मानना है कि वह काफी दिनों से डिप्रेशन में चल रही थीं। इसे पति की बीमारी से जोड़कर देखा जा रहा है।