
धमतरी (छत्तीसगढ़). कोरोना वायरस का खौफ अब शादी व वैवाहिक कार्यक्रमों पर भी पड़ने लगा है। छत्तीसगढ़ में एक ऐसी शादी हुई जहां दुल्हन को लेने के लिए बारात में सिर्फ 3 लोग आए हुए थे।
कोरोना के खौफ में बिना बेंड-बाजे की हुई शादी
दरअसल, यह अनोखी शादी धमतरी जिले में मंगलवार के दिन हुई। जहां पेशे से बिजनेसमैन दुष्यंत साहू ने एमएससी में पढ़ने वाली रुक्मिणी साहू के साथ शादी के सात फेरे लिए। कोरोना के चलते इस विवाह में ना तो कोई बैंड-बाजा बजा और नहीं कोई मेहमान इसमें शामिल हुआ। इतना ही नहीं दूल्हा-दुल्हन कोरेना के खौफ में डरे हुए थे।
इस शादी में शामिल हुए थे सिर्फ 12 लोग
दुल्हन रुक्मिणी के पिता गयाराम साहू ने मीडिया को बताया कि वह अपनी बेटी शादी पिछले चार से पांच महीनों से कर रहे थे। हम लोग धूमधाम से यह विवाह करना चाहते थे। लेकिन इस महामारी ने हमारे सारे सपने तोड़ दिए। उन्होंने कहा-दुख की कोई बात नहीं है। इस समय पूरा देश कोरोना वायरस से परेशान है। हम भी इस बात का समर्थन करते हैं। इसलिए हम लोगो ने सादे तरीके से बिना भीड़ृ-भाड़ के यह समारोह किया। कुल मिलाकर इस समारोह में सिर्फ 12 ही शामिल हुए थे।
1 घंटे में पूरी हो गई शादी, बारात में आए थे 3 लोग
बता दें कि इस बारात में सिर्फ तीन लोग ही बाराती थे। दूल्हे को मिलाकर उसके पिता और भाई बारात में आए हुए थे। कोरोना की वजह से शादी की रस्में भी पंडित की मौजूदगी में 1 घंटे में पूरी की गईं। पंडित ने भी अपने मुंह पर मास्क लगाकर शादी के मंत्र पढ़े। दूल्हे के पिता ने बताया कि हमने सभी रिश्तेदारों को निमंत्रण भेज दिए थे, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के कारण सबको आने से मना कर दिया।
मास्क पहनकर दूल्हा-दुल्हन ने लिए फेरे
दूल्हे ने बताया कि हमारी शादी 6 महीने पहले 24 मार्च को तय की गई थी। लेकिन पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है, इसलिए हमने उसका पालन करते हुए सादगी के साथ शादी करने का फैसला लिया। दूल्हा-दुल्हन ने मुंह पर मास्क लगाकर फेरे लिए। वहीं बीच-बीच में सभी लोग सैनिटाइजर का उपयोग करते रहे। यह शादी टीआई कोमल नेताम अपनी मौजूदगी में कराई।
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