अपनी जान देकर बेटी काे मौत के मुंह से खींच लाया पिता, बिजली के तारों से चिपक गई थी वो

Published : Jun 22, 2020, 02:38 PM ISTUpdated : Jun 22, 2020, 02:43 PM IST
अपनी जान देकर बेटी काे मौत के मुंह से खींच लाया पिता, बिजली के तारों से चिपक गई थी वो

सार

पिता के लिए उसके बच्चे जान होते हैं। अपनी जान गंवाकर एक पिता यह साबित कर गया। फादर्स-डे के अगले दिन पिता हादसे का शिकार हो गया। घटना छत्तीसगढ़ के धमतरी की है। 18 साल की लड़की दुकान पर कुछ सामान लेने गई थी, तभी वो टूटे पड़े बिजली के तारों की चपेट में आ गई। यह देखकर पिता ने कुछ भी नहीं सोचा और दौड़कर बेटी को तारों से छुड़वा दिया। यह अलग बात रही कि बेटी को छुड़ाते ही पिता खुद तारों की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।  

धमतरी, छत्तीसगढ़. फादर्स-डे के अगले ही दिन एक बेटी ने अपने पिता को खो दिया। पिता की मौत भी उसे ही बचाने में गई। घटना छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के भखारा थानांतर्गत डोमा गांव की है। 18 साल की लड़की दुकान पर कुछ सामान लेने गई थी, तभी वो टूटे पड़े बिजली के तारों की चपेट में आ गई। यह देखकर पिता ने कुछ भी नहीं सोचा और दौड़कर बेटी को तारों से छुड़वा दिया। यह अलग बात रही कि बेटी को छुड़ाते ही पिता खुद तारों की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। हादसे में बेटी भी घायल हुई है। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। पिता की मौत की खबर से बेटी को गहरा सदमा लगा है।

बारिश से टूट गया था बिजली का तार..फिर भी बंद नहीं की सप्लाई

डोमा गांव के रहने वाले 50 वर्षीय खम्हन यादव किसान थे। घर के पास ही उनकी एक दुकान है, जिसे उन्होंने किराये पर चढ़ा रखा है। सोमवार सुबह खम्हन की 18 वर्षीया बेटी दुकान पर कुछ सामान लेने गई थी। तभी वो वहां टूटे पड़े बिजली के तारों की चपेट में आ गई। उसकी चीख सुनकर खम्हन भागकर वहां पहुंचे। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए बेटी को तारों से छुड़वा लिया। लेकिन खुद चपेट में आ गए और मौत हो गई। बताते हैं कि रविवार को तेज बारिश से बिजली के तार टूट गए थे। सूचना के बावजूद बिजली विभाग ने सप्लाई बंद नहीं की।


बेटी सदमे में..
घायल बेटी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। अपने पिता की मौत से उसे गहरा सदमा लगा है। वहीं, जिन लोगों ने भी यह हादसा होते देखा, वो शॉक्ड हैं। उनके मुताबिक, अपनी बेटी को बचाने खम्हन ने तनिक भी अपने बारे में नहीं सोचा होगा। वे दौड़कर उसे बचाने पहुंचे थे।

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