छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मां-बाप और उनके दो बच्चों की सनसनीखेज हत्या मामले में पुलिस ने रविवार को चौंकाने वाला खुलासा किया। इस हत्याकांड को मृतक के छोटे भाई ने ही अपने दो साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था।
दुर्ग( Chhattisgarh). छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मां-बाप और उनके दो बच्चों की सनसनीखेज हत्या मामले में पुलिस ने रविवार को चौंकाने वाला खुलासा किया। इस हत्याकांड को मृतक के छोटे भाई ने ही अपने दो साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। इस हत्याकांड की वजह बनी एक खास दवा, जिसे खरीदने के लिए हत्यारा भाई अपने बड़े भाई से पैसे मांग रहा था । पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ।
बता दें कि कुम्हारी थाना क्षेत्र के कपसदा गांव में पूनाराम टंडन की बाड़ी में गुरुवार की सुबह एक ही परिवार के चार लोगों की लाशें खून से सनी मिलीं थीं। ओडिशा के बलांगीर से आकर पिछले 12 वर्षों से भोलानाथ यादव अपने परिवार के साथ यहां रह रहा था। गुरुवार सुबह भोलानाथ, उसकी पत्नी नैला यादव व दो बच्चे मुक्ता और प्रमोद की लाशें मिली थी। इस जघन्य हत्त्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मृतक का भाई किस्मत यादव व उसके दो साथियों आकाश मांझी और टीकम दास पृतलहरे को गिरफ्तार कर लिया।
बड़े भाई के ठाट-बाट से जलता था छोटा भाई
दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी अपने बड़े भाई के ठाठबाठ से चिढ़ने लगा था। इसके कारण उसने हत्या की प्लानिंग की और अपने दो साथियों के साथ मिलकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। घटना के बाद वह घर से सात लाख से ज्यादा का कैश भी चोरी करके ले गया था। फिलहाल इस हत्याकांड के तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मोहनी दवा लेने के लिए भाई से मांग रहा था रुपये
दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि आरोपी किस्मत यादव एक ऐसी मोहनी दवा खाना चाहता था जिसे खाते ही किसी को भी अपने वश में किया जा सके। इसके लिए उसने आकाश मांझी से संपर्क किया। आकाश मांझी इससे पहले उसके बड़े भाई मृतक भोलेनाथ यादव का दोस्त हुआ करता था। लेकिन कुछ समय पहले दोनों में कहासुनी हो गई थी ।आकाश मांझी ने ही किस्मत यादव को मोहनी दवा का झांसा दिया था और उसे दिलाने के लिए पैसे भी मांगे थे। इसके बाद किस्मत यादव ने अपने भाई से इसके लिए पैसे मांगे लेकिन उसने देने से मना कर दिया। इससे वह इतना नाराज हुआ कि उसने अपने भाई समेत उनके पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया।
हत्या में प्रयुक्त औजार और रूपए बरामद
एसपी अभिषेक पल्लव ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले के खुलासे के लिए पुलिस की 30 टीमें लगी हुई थी। पूरी घटना की बारीकी से जांच के बाद पुलिस जघन्य हत्या के आरोपियों तक पहुंची। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए औजार और घर से चोरी हुए लाखों रुपए भी बरामद कर लिया है।