प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम की छत्तीसगढ़ के तीन आईएएस सहित 12 कारोबारियों के ठिकानों पर मंगलवार को शुरू हुई छापेमारी बुधवार को भी जारी है। सूत्रों की मानें तो प्रवर्तन निदेशालय की टीम को अब तक अफसरों और कारोबारियों के ठिकानों से करीब दस करोड़ रुपये नकद बरामद हो चुके हैं।
रायपुर(Chhattisgarh). प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम की छत्तीसगढ़ के तीन आईएएस सहित 12 कारोबारियों के ठिकानों पर मंगलवार को शुरू हुई छापेमारी बुधवार को भी जारी है। सूत्रों की मानें तो प्रवर्तन निदेशालय की टीम को अब तक अफसरों और कारोबारियों के ठिकानों से करीब दस करोड़ रुपये नकद बरामद हो चुके हैं। रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, रायगढ़, कोरबा और बिलासपुर में ईडी की टीम ने एक साथ कार्रवाई की है। महासमुंद में ईडी ने एक कार से छह करोड़ रुपये बरामद किया है। रायगढ़ में कलेक्टर रानू साहू के घर को सील कर दिया गया है। उनके स्टाफ की छुट्टी कर दी गई है।
ईडी की टीम ने मंगलवार सुबह छह बजे ही रायपुर, दुर्ग-भिलाई, महासमुंद, बिलासपुर, रायगढ़ और कोरबा में एक साथ कार्रवाई की। रेड इतनी तेज और अचानक हुई कि किसी को भी सम्भलने का मौक़ा नहीं मिला। रेड में कोयला कारोबारी, रियल एस्टेट कारोबारी, सीए और सरकारी अधिकारियों के ठिकानों पर जांच की गई जो अभी भी जारी है। मंगलवार को इस रेड में चार करोड़ नगद बरामद हुआ। ईडी के सूत्रों ने बताया कि राज्य के खनिज विभाग ने इसी साल जुलाई में कोयला कारोबार से जुड़ी कुछ कंपनियों की जांच की थी। अवैध खनन के कुछ मामलों में पुलिस में प्रकरण भी दर्ज कराए गए थे। इसी आधार पर ईडी ने मंगलवार को कार्रवाई शुरू की है।
आईएएस अफसरों ने खरीद ली थी जमीन
ईडी के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से आए पांच डिप्टी डायरेक्टर और एक दर्जन से ज्यादा असिस्टेंट डायरेक्टरों की मौजूदगी में जांच चल रही है। सूत्रों की माने तो दो आईएएस अधिकारियों ने हाल ही में धमतरी के कुद में जमीन में पैसा लगाया है। यह जमीन रायपुर से विशाखापट्टनम भारत माला प्रोजेक्ट के रास्ते में खरीदी गई है। जांच में ईडी की टीम को जमीन के दस्तावेज भी मिले हैं।