छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में एक आदमखोर तेंदुए के हमले के चलते पूरा इलाका दहशत के साए में जी रहा है। वहीं उसे पकड़ने की वन विभाग की सभी कोशिशों पर पानी फिरता नजर आया है। मंगलवार की सुबह तेंदुए फिर एक महिला को अपना शिकार बनाया।
कोरबा (korba). छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर जिले से खौफनाक वारदात सामने आई है। यहां पिछले एक महीने से एक आदमखोर तेंदुए ने दहशत फैला रखी है। उसने मंगलवार की सुबह उसने एक महिला पर हमला करते हुए अपना शिकार बनाया। घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मामला जिले के कुंवारपुर के सिंगरौली क्षेत्र का है। इंसानों के ऊपर हमले की यह तीसरी वारदात है। इस घटना के बाद लोगों में और दहशत भर गई है। वहीं वन विभाग के द्वारा तेंदुए को पकड़ने के सभी प्रयास विफल हो गए है।
फ्रेश होने के लिए निकली थी महिला
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि ताजा मामला जनकपुर जंगल से जुड़े सिंगरौली गांव का है। यहां एक महिला फ्रेश होने के लिए निकली थी। वहीं घात लगाए बैठे तेंदुए ने हमला कर दिया। महिला ने मदद के लिए गुहार भी लगाई पर पिछली दो घटनाओं से दहशत खाए लोगों में से कोई भी मदद के लिए सामने नहीं आया। तब तक तेंदुआ उस महिला का शिकार कर अपना भोजन बना चुका था। हालांकि इस घटना की जानकारी वन विभाग को दे दी गई थी। घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला तुरंत घटना स्थल पर पहुंचा वहां पर महिला का शव क्षत-विक्षत हालत में बरामद किया गया। मृतका की पहचान गांव की रहने वाली उमाबाई बैगा के रूप में हुई। वह शौंच जाने के लिए घर के बाहर निकली थी।
आदमखोर तेंदुए का तीसरा हमला
जिले में आदमखोर तेंदुए का यह पहला हमला नहीं है। बीते 20 दिनों में उसने तीसरी बार इंसानों पर हमला किया है। इससे पहले उसने 11 दिसंबर के दिन 80 वर्षीय महिला को अपना शिकार बनाया था, इसके बाद 23 दिसंबर के दिन इसी आदमखोर तेंदुए ने एक 8 साल के मासूम को अपना शिकार बनाया था। यह वन्यजीव का तीसरा हमला है। आदम खोर तेंदुए ने महिला के गले पर हमला किया जिसके कारण जल्दी ही उसकी मौत हो गई।
लोगों से अलर्ट रहने के साथ लाठी-डंडा रखने की दी सलाह
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शव के बरामद करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इसके साथ ही पीड़ित परिजनों को 6 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। इसके तहत 25 हजार रुपए की तुरंत सहायता राशि दी, बची हुई रकम का भुगतान सभी औपचारिक कार्रवाही होने के बाद प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही वन विभाग की टीम ने लोगों को अलर्ट रहने के साथ ही साथ जंगल में जाने के वालों के लिए एक समूह में चलने के साथ हर समय लाठी या डंडा रखने की सलाह दी है। इसके अलावा वन विभाग ने आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे के साथ जाल भी लगा दिए है।
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