घर मे अकेली मौजूद 12 वर्षीय बच्ची ने बदमाशों से ऐसा सवाल किया कि वो हक्के-बक्के रह गए। जिसके बाद उन्हें वहां से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
बिलासपुर(Chhattisgarh).घर में अकेली छोटी बच्ची के अपहरण या लूट के इरादे से कुछ बदमाश एक घर के बाहर पहुंचे और गेट से अंदर आकर दरवाजा खटखटाया। घर मे अकेली मौजूद 12 वर्षीय बच्ची ने बदमाशों से ऐसा सवाल किया कि वो हक्के-बक्के रह गए। जिसके बाद उन्हें वहां से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक घटना 20 नवंबर शाम 4 से साढ़े 6 बजे के बीच की है। सरकंडा जबड़ापारा निवासी रिटायर्ड मार्कफेड अधिकारी किशनलाल के घर पर उनकी 12 वर्षीय पोती शीनू अकेली थी। बच्ची के दादा किशन लाल के मुताबिक़ शाम 4:30 बजे एक झारखंड नम्बर वाली एक कार में सवार होकर कुछ अज्ञात लोग, बाहरी गेट को खटखटाने लगे और कोई जवाब नहीं मिलने से गेट खोल कर सीधे अंदर लॉन तक जा पहुंचे। अज्ञात लोगों के अंदर आने पर घर पर अकेली बच्ची अंदर के जालीदार दरवाजे से उनके जबरिया अंदर आने का विरोध करने लगी। तो बदमाश बच्ची को बहला-फुसला कर बाहर आने का दबाव बनाने लगे।
बच्ची ने पूछा मेरी मम्मी का नाम बताओ
घर मे अंदर आए अज्ञात लोग बच्ची को बहलाने लगे। उन्होंने बच्ची से कहा कि आपकी मम्मी आपको बुला रही है, हमारे साथ चलिए। जिस पर बच्ची ने अज्ञात लोगों से मम्मी का नाम पूछ लिया। बच्ची के इस सवाल से बदमाश स्तब्ध रह गए। जब उन्होंने नाम बताने में आनाकानी की तो बच्ची ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद पकड़े जाने के डर से बदमाश वहां से भाग निकले।
बच्ची की समझदारी से टल गई बड़ी घटना
12 साल की स्कूली बच्ची ने समझदारी दिखाते हुए घर का दरवाजा नहीं खोला और एक सवाल पूछ कर बदमाशों को चारों खाने चित कर दिया। जिससे एक बड़ी घटना होते-होते टल गई। अज्ञात लोगों द्वारा गली में घुसने और डेढ़ घंटे बाद बाहर निकलने का वीडियो CCTV कैमरे में कैद हो गया। परिजनों के मुताबिक बदमाशों के हावभाव से लग रहा था कि वह किसी बड़े अपराध को अंजाम देने की फिराक में थे।
पुलिस की लापरवाही से परिजनों में आक्रोश
परिजनों द्वारा घटना के दूसरे दिन ही सरकंडा थाना में शिकायत की गई, लेकिन अब तक पुलिस घटना वाली जगह पर नहीं पहुंची और न ही किसी प्रकार से पूछताछ की है। ऐसे में परिजनों में पुलिस के प्रति गुस्सा भी है। अब परिजन व मुहल्ले के लोग बड़े अफसर से शिकायत करने की बात कर रहे हैं।