डर के मारे CM के सुरक्षाकर्मियों ने उतरवा लिए जन चौपाल में पहुंची पब्लिक के गमछे, स्कार्फ-दुपट्टे

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के करीब 6 महीने बाद पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जन चौपाल लगाई। यहां सुरक्षा की दृष्टि से लोगों के गमछे और महिलाओं के स्कार्फ और दुपट्टे उतरवाने का मामला सामने आया है। इसे लेकर राजनीति गरमा गई है।
 

rohan salodkar | Published : Jul 6, 2019 4:19 AM IST / Updated: Jul 12 2019, 04:46 PM IST

रायपुर। बुधवार को पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों की समस्याएं सुनने के लिए जन चौपाल लगाई। इसमें पहुंचे लोगों को उस वक्त असहज महसूस हुआ जब सुरक्षाकर्मियों ने उनके गमछे उतरवा लिए। सुरक्षा की दृष्टि से महिलाओं को भी कोई छूट नहीं दी गई। उनके स्कार्फ और दुपट्टे भी उतरवा लिए गए। इस मामले को लेकर राजनीति गर्मा गई है।

कहा जा रहा है कि इससे नाराज कई लोग बगैर अपनी समस्या सुनाए लौट गए। इस घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ ले डाला। छत्‍तीसगढ़ बीजेपी ने इस तस्‍वीर के साथ ट्वीट कर कहा, 'वाह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी। छत्तीसगढ़ के मान-सम्मान का प्रतीक है दुपट्टा-पगड़ी लेकिन जन चौपाल में आपसे मिलने आए लोगों की शिकायतें सुनने से पहले उनके गमछे-पगड़ी को सीएम हाऊस में उतरवाकर यूं टांग दिया। दुपट्टा-पगड़ी से भी आपकी सुरक्षा को खतरा है क्या?' 

हालांकि, बाद में कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'जैसे ही सूचना मिली, दुपट्टा-पगड़ी उतरवाना बंद कर दिया गया है। हम गलतियों को तत्काल सुधारते हैं। सुरक्षाकर्मियों ने एहतियात के नाम पर गलती की। जनता और जनप्रतिनिधि के बीच का यह खूबसूरत रिश्ता प्यार और विश्वास पर कायम होता है।'

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