हर घर तिरंगा अभियान: छत्तीसगढ़ में अभियान में शामिल हुआ महिला स्वयं सहायता समूह, सीएम ने की ऐसी अपील

केंद्र सरकार द्वारा 11 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत देश भर में घरों के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। केन्द्र और राज्य सरकार ने अपील की है कि लोग अपने घरों में तिरंगा फहराएं। 

Pawan Tiwari | Published : Aug 4, 2022 8:23 AM IST

रायपुर. आजादी के अमृत महोत्सव में 'हर घर तिरंगा' अभियान में अब छत्तीसगढ़ में महिला स्वयं सहायता समूह भी शामिल हो गए हैं। छत्तीसगढ़ में 'हर घर झंडा' कार्यक्रम के तहत राज्य के स्व-सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा तिरंगा सीले जा रहे हैं। सूहम के सदस्यों का कहना है कि इस पहल से न केवल उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं, बल्कि लोगों में देशभक्ति की भावना भी जगी है। बुधवार को सरकार द्वारा जारी स्टेटमेंट के अनुसार, राज्य के सभी जिलों में एसएचजी अभियान में योगदान देने के लिए राष्ट्रीय ध्वज बनाने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अभियान को राज्य में 'हमर तिरंगा' नाम दिया है।

आजादी के अमृत वर्ष को यादगार बनाने के लिए केन्द्र सरकार के द्वारा इस साल हर घर तिरंगा फहराने की अपील की है। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर हर घर झंडा कार्यक्रम के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किया गए तिरंगे झंडे फहराए जाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा 11 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत देश भर में घरों के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा।

सीएम भूपेश बघेल ने भी की अपील
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के लोगों से 11 से 17 अगस्त तक सप्ताह भर चलने वाले उत्सव के रूप में बनाने और अपने घरों, संस्थानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में झंडा फहराने की अपील की है। महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए झंडों को राज्य सरकार के सी-मार्ट और गांवों में उचित मूल्य की दुकानों पर सस्ती कीमतों पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसके अलावा नगरीय निकायों और सरकारी कार्यालयों में स्टॉल लगाकर आम जनता, सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी तिरंगा उपलब्ध कराया जाएगा।

झंडे बनाने का मिला ऑर्डर
रायपुर जिले में सेरीखेड़ी गांव के उजाला ग्राम संगठन से जुड़े स्वयं सहायता समूहों ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आठ अगस्त तक करीब 60,000 झंडे बनाने का लक्ष्य रखा है। महासमुंद जिले के कोमाखान गांव स्थित एसएचजी को 1,500 झंडे सिलने का ऑर्डर मिला है। कोमाखान से एसएचजी की सदस्य यामिनी साहू ने कहा, "अभी तक हमें 1,500 झंडे बनाने के ऑर्डर मिले हैं और हमें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में हमें और ऑर्डर मिलेंगे।"

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