कोविड से निपटने रेड क्रास सोसायटी ने सौंपी एडवांस लाइफ सपोर्ट वालीं 33 एम्बुलेंस

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया(Dr. Mansukh Mandaviya) और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार(Dr. Bharti Praveen Pawar) ने आज नई दिल्ली के निर्माण भवन से 33 एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

Amitabh Budholiya | Published : Apr 4, 2022 9:14 AM IST / Updated: Apr 04 2022, 02:45 PM IST

नई दिल्ली. कोविड के दौरान मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कतें न आएं। इसे देखते हुए रेडक्रॉस सोसायटी ने एम्बुलेंस सौंपी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया(Dr. Mansukh Mandaviya) और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार(Dr. Bharti Praveen Pawar) ने आज नई दिल्ली के निर्माण भवन से 33 एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन एम्बुलेंस में 13 उन्नत लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस(Advanced Life Support Ambulances) और 20 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस(Basic Life Support Ambulances) शामिल हैं। इस मौके पर केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा भी उपस्थित थे।

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कोविड फंड से मंगवाई गई हैं ये एम्बुलेंस
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्रियों को एम्बुलेंस द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सुविधाओं तथा सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।  इसमें बताया गया कि इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (आईएफआरसी) ने भारत में कोविड महामारी से निपटने के लिए आवंटित किए गए धन के अंतर्गत कुछ धनराशि एएलएस एम्बुलेंस, बीएलएस एम्बुलेंस, सचल स्वास्थ्य इकाईयों और सचल रक्त संग्रह वाहनों के लिए रखी थी। ये 33 एम्बुलेंस चिकित्सा वाहनों की पहली खेप का हिस्सा हैं। इन्हें इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस) की विभिन्न शाखाओं में स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन क्षमता में सुधार के लिए दिया जा रहा है।

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महामारी से निपटने में मददगार
बता दें कि आईआरसीएस ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने महामारी के असर को कम करने में खास योगदान दिया। आईआरसीएस ने पूरे देश में ब्लड मुहैया कराने की दिशा में कई शिविर आयोजित किए। 

एक खबर यह भी: सेना चिकित्सा कोर ने मनाया अपना 258वां स्थापना दिवस
भारतीय सेना चिकित्सा कोर ने 3 अप्रैल को अपना 258वां स्थापना दिवस मनाया। कोर का आदर्श वाक्य "सर्व सन्तु निरामया" है। इसका अर्थ होता है कि "सभी को रोग और दिव्यांगता से मुक्त होने दें"। सेना चिकित्सा कोर ने युद्ध और शांति समय में रक्षा बलों एवं विदेशी मिशनों में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना को स्वास्थ्य देखभाल तथा असैन्य अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के दौरान चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में हमेशा बेहतर प्रदर्शन किया है। कोर ने कोविड महामारी के दौरान भी राष्ट्र की निस्वार्थ तथा उत्कृष्ट सेवा की। 

सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के महानिदेशक वाइस एडमिरल रजत दत्ता और चिकित्सा सेवा महानिदेशक (सेना) लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह के साथ-साथ नौसेना तथा वायु सेना के चिकित्सा सेवा महानिदेशक ने राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। 

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