छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ की इंटर डिस्ट्रिक्ट प्लेट ग्रुप अंडर-16 प्रतियोगिता (Inter District Plate Group Under-16 Competition of Chhattisgarh State Cricket Association) में नारायणपुर की टीम से खेल रहे यश कुमार वर्धा ने तीन मैचों में 314, 355 और 175 रन की पारी खेली है।
स्पोट्र्स डेस्क। ऐसा रिकॉर्ड तो सर डॉन ब्रैडमैन का भी नहीं रहा होगा, जो इस 14 साल के नक्सल प्रभावित में रहने वाले 14 साल के बच्चे का है। तीन में दो तिहरे शतक और एक ऐसा शतक तो दोहरे शतक के बिल्कुल करीब है। यहां हम बात कर रहे हैं यश कुमार वर्धा की, जो मौजूदा समय में छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ की इंटर डिस्ट्रिक्ट प्लेट ग्रुप अंडर-16 प्रतियोगिता में नारायणपुर की टीम से खेल रहा है। लगातार रन बनाने की भूख इस खिलाड़ी को जल्द ही भारतीय क्रिकेट टीम में भी जगह दिला सकती है। आइए आपको बताते हैं है कि इस नन्हें ब्रैडमैन के बारे में।
11 साल की उम्र से खेल रहा है घरेलू क्रिकेट
छत्तीसगढ़ का नारायणपुरा इलाका जो राजधानी रायपुर से भी 200 किलोमीटर से ज्यादा दूर है। इस इलाके में नक्सलियों का जबरदस्त प्रभाव देखने को मिलता है। जिसकी वजह से लोग काफी डरे-डरे रहते हैं। ऐसे इलाके में क्रिकेट सुविधाएं कैसी और कितनी होंगी, इस बात का अंदाजा आप आसानी से लगा सकते हैं। ऐसे माहौल से निकलकर आया है यश कुमार वर्धा। जिसके पिता ग्राम सचिव हैं और माता गृहिणी। यश ने 9 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उसके दो साल के बाद छत्तीसगढ़ क्रिकेट ने उसे अपने कार्यक्रम में शामिल कर लिया। तीन साल से यश घरेलू क्रिकेट में खेल रहा है।
दो तिहरे शतक के बाद 175 रन की पारी
अगर बात प्रदर्शन की करें तो बीते तीन मैचों में लगातार तीन शतक जमाने वाले यश ने दो मैचों में लगातार तीहरे शतक जड़े हैं। पहले मैच में कांकेर खिलाफ 314 रन और बस्तर के खिलाफ 355 रन की पारी खेली थी। उसके बाद यश कुमार वर्धा ने दल्लीराजहरा में सरगुजा के खिलाफ तीसरे मैच में 175 रन की शानदार पारी खेली। नारायणपुर की टीम ने 271 रन बनाए। इस मैच में यश ने बैट के बाद बॉल के साथ कमाल दिखाया और 3 विकेट भी हासिल किए। सरगुजा की टीम 6 विकेट के नुकसान पर 90 रन बना चुकी है।
नक्सल प्रभावित है नारायणपुर जिला
नारायाण पुर जिला नक्सलियों से प्रभावित है। जहां पर नक्सलियों ने दो हफ्तों पहले एक सरपंच की हत्या कर दी थी। नक्सली सरपंच से इस बात से नाराज थे कि वो गांव के विकास से प्रशासन की मदद मांग रहे थे। उससे पहले सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को मा गिराया था, जिसके पास एके 47 थी। ऐसे माहौल से यश का अना औरा इतनी बेहतरीन क्रिकेट खेलना उसकी प्रतिभा को दिखाता है। अगले कुछ सालों उसे इंडियन कैप मिल जाए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।