इंग्लैंड खिलाड़ी का खुलासा...मात्र 12 बॉल में जीत जाती टीम इंडिया, 3 बल्लेबाजों ने जानबूझकर हराया वर्ल्ड कप

भारतीय टीम को 11 ओवर में 112 रन चाहिए थे और उन्होंने अजीब तरीके से बल्लेबाजी की। वह गेंद को सीमारेखा के पार भेजने से ज्यादा एक रन लेने को आतुर दिखे। भारतीय टीम आखिरी 12 गेंद में भी जीत सकती थी।

Asianet News Hindi | Published : May 27, 2020 12:50 PM IST / Updated: May 27 2020, 06:33 PM IST

नई दिल्ली.  इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने पिछले साल विश्व कप में अपनी टीम के खिलाफ मैच में रनों का पीछा करने के दौरान भारतीय टीम की रणनीति पर सवाल उठाए। बेन स्टोक्स ने कहा कि उन्हें रोहित शर्मा और विराट कोहली की साझेदारी रहस्यमयी लगी, जबकि महेंद्र सिंह धौनी ने जीतने जैसा कोई जज्बा नहीं दिखाया।

बेन स्टोक्स ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की 59 मीटर की सीमारेखा की शिकायत को हताशा करार दिया। बर्मिंघम में खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने सात विकेट पर 337 रन बनाने के बाद 31 रन से जीत दर्ज की थी। स्टोक्स ने अपनी नई किताब ऑन फायर में विश्व कप के इस मैच का जिक्र किया है।

ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बजाय खिलाड़ी टुट-टुक करते रहे

उन्होंने कहा है, "धौनी जब बल्लेबाजी के लिए आए थे, तब भारतीय टीम को 11 ओवर में 112 रन चाहिए थे और उन्होंने अजीब तरीके से बल्लेबाजी की। वह गेंद को सीमारेखा के पार भेजने से ज्यादा एक रन लेने को आतुर दिखे। भारतीय टीम आखिरी 12 गेंद में भी जीत सकती थी। धौनी और केदार जाधव की साझेदारी में जीत की ललक की काफी कम थी। मुझे लगता है कि अगर वह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते तो रन बना सकते थे।"

इंग्लैंड की टीम ड्रेसिंग रूम में धौनी की रणनीति पर करती रही चर्चा

उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की ड्रेसिंग रूम को लगा कि धौनी मैच को आखिरी ओवरों तब ले जाना चाहते थे। वह इस मैच में 31 गेंद पर 42 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन ज्यादातर रन अखिरी ओवरों में तब आए जब मैच भारत के हाथ से लगभग निकल चुका था। स्टोक्स ने ये भी कहा कि कोहली ने सीमा रेखा के छोटा होने की बात की थी जो उन्हें थोड़ा अजीब लगा था।

स्टोक्स ने आगे लिखा है, "हमारे ड्रेसिंग रूम में इस बात की चर्चा हो रही थी कि धौनी के खेलने का तरीका यही है। अगर भारतीय टीम मैच नहीं जीतती है तो भी उनका नेट रन रेट बना रहे। जिस तरह से रोहित शर्मा और विराट कोहली खेल रहे थे वह किसी रहस्य की तरह था। 

भारतीय खिलाड़ियों ने हमारी टीम पर दबाव डालने की कोई इच्छा नहीं दिखाई

मुझे पता है कि हमने इस दौरान शानदार गेंदबाजी की, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपनी बल्लेबाजी की, वह बिल्कुल विचित्र लग रहा था। इन दोनों बल्लेबाजों ने अपनी टीम को मैच में काफी पीछे धकेल दिया। उन्होंने हमारी टीम पर दबाव डालने की कोई इच्छा नहीं दिखाई। वे हमारी रणनीति के मुताबिक खेल रहे थे।" 

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