सौरव गांगुली ने कहा कि मुझे और राहुल द्रविड़ को 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके एक साल बाद गांगुली ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। हालांकि, गांगुली ने 2012 तक आईपीएल खेला था। बता दें कि इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 113 टेस्ट में 42.17 की औसत से 7212, जबकि 311 वनडे में 41.02 की औसत से 11363 रन बनाए।
स्पोर्ट्स डेस्क। बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने अपने इंटरनेशनल करियर को लेकर बड़ा दावा किया है। एक बंगाली अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कहा है मैं अभी तक इस बात को नहीं पचा पाया कि 2007 में ज्यादा रन बनाने के बावजूद मुझे वनडे टीम से हटा दिया गया था। सौरव गांगुली ने कहा कि अगर उन्हें प्रैक्टिस करने का मौका मिलता है, तो अभी भी भारत के लिए रन बना सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि अभी भी मुझे ट्रेनिंग के लिए 6 महीने दीजिए, 3 रणजी ट्रॉफी मैच खेलने दीजिए, मैं टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए रन बना सकता हूं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कर दिया गया था बाहर
गांगुली को 2005 में कोच ग्रैग चैपल के साथ विवाद के बाद कप्तानी और टीम से बाहर होना पड़ा था। हालांकि, उन्होंने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से दमदार वापसी की थी और लगातार रन बनाए। अगर मुझे दो और वनडे सीरीज मिलती, तो मैं और ज्यादा रन बनाता। अगर मैं नागपुर में 2008 में संन्यास नहीं लेता, तो मैं अगली दो सीरीज में भी रन बनाता।
सौरव ने 2012 तक खेला आईपीएल
सौरव गांगुली ने कहा कि मुझे और राहुल द्रविड़ को 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके एक साल बाद गांगुली ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया। हालांकि, गांगुली ने 2012 तक आईपीएल खेला था। बता दें कि इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 113 टेस्ट में 42.17 की औसत से 7212, जबकि 311 वनडे में 41.02 की औसत से 11363 रन बनाए। गांगुली ने वनडे में 22 और टेस्ट में 16 शतक लगाए थे।