हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट खेले। हालांकि कुछ ही खिलाड़ी ऐसे होते हैं जिन्हें ये मौका मिल पाता है। ज्यादातर खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट तक ही खेलने का मौका मिल पाता है। वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अपने अंतिम लक्ष्य को पाने के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं। इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी होती है। साथ ही साथ उन्हें कई चिजों का त्याग भी करना पड़ता है। इन्हीं खिलाडियो में से एक खिलाड़ी हैं डेवॉन कॉनवे।
स्पोर्ट्स डेस्क. हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट खेले। हालांकि कुछ ही खिलाड़ी ऐसे होते हैं जिन्हें ये मौका मिल पाता है। ज्यादातर खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट तक ही खेलने का मौका मिल पाता है। वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अपने अंतिम लक्ष्य को पाने के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं। इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी होती है। साथ ही साथ उन्हें कई चिजों का त्याग भी करना पड़ता है। इन्हीं खिलाडियो में से एक खिलाड़ी हैं डेवॉन कॉनवे।
इंटरनेशनल खेलने के लिए देश छोड़ दिया
कॉनवे ने अपने करियर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए बड़ा त्याग किया है। 26 साल की उम्र तक साउथ अफ्रीका में गॉटेंग के लिए खेलने वाले इस खिलाड़ी ने इंटरनेशनल खेलने के लिए अपना घर-बार और देश सब छोड़ दिया। दरअसल, साउथ अफ्रीकी टीम में मौका ना मिलने के कारण उन्होंने देश छोड़ने का फैसला किया। अब कॉनवे न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन में रहते हैं। और ऐसा माना जा रहा है कि उनका ये सपना अब पूरा भी हो सकता है।
घरेलू क्रिकेट में तिहरा शतक लगा चुकें हैं कॉनवे
दरअसल, न्यूजीलैंड की टीम से खेलने के लिए 3 साल तक वहां का नागरिक होना आवश्यक होता है। ऐसे कॉनवे को तीन साल तक और इंतजार करना पड़ा। लेकिन अब अगस्त के बाद उनके लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट के दरवाजे खुल जाएंगे। दक्षिण अफ्रीका को छोड़ने के बाद कॉनवे न्यूजीलैंड में फर्स्ट क्लास क्रिकेट लगातार खेल रहे थे। इस दौरान उन्होंने वेलिंगटन के लिए खेते हुए 17 मैचों में 72.63 की धमाकेदार औसत से 1598 रन ठोके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में कैंटरबरी के खिलाफ तिहरा शतक भी ठोका था। उन्होंने इस मैच में 323 रनों की नाबाद पारी खेली थी। उनके इस प्रदर्शन के बाद माना जा रहा है कि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अगस्त के बाद न्यूजीलैंड टीम में शामिल किया जा सकता है।
कॉनवे ने इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लिए सबकुछ पिछे छोड़ दिया। बतादें कि इससे पहले जब वे साउथ अफ्रिका में थे तब उनकी लाइफ स्टाइल काफी लग्जरियस थी। महंगे-महंगे गाड़ियों को छोड़ कर आज वे एक छोटे से घर में रहते हैं और आज उनके पास एक छोटी सी कार है। उन्होंने बस क्रिकेट के लिए अपनी सारी जायदात बेच दी।