क्रिकेट इतिहास के सबसे खरनाक बल्लेबाज माने जाने वाले सर डॉन ब्रैडमैन को भी पहले मैच के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। सर डॉन ब्रैडमैन ने आज के ही दिन साल 1928 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। इस मैच में उन्होंने पहली पारी में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 18 और दूसरा पारी में 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 1 रन बनाया था।
नई दिल्ली. क्रिकेट इतिहास के सबसे खरनाक बल्लेबाज माने जाने वाले सर डॉन ब्रैडमैन को भी पहले मैच के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। सर डॉन ब्रैडमैन ने आज के ही दिन साल 1928 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। इस मैच में उन्होंने पहली पारी में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 18 और दूसरा पारी में 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 1 रन बनाया था। इसके बाद उन्हें अगले मैच में टीम से ड्रॉप कर दिया गया था।
इस सीरीज में कुल 5 मैच खेले गए थे, जिसमें ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हार का सामना करना पड़ा था। भले ही ऑस्ट्रेलिया ने यह एशेज सीरीज 4-1 से गंवा दी थी, पर उसे दुनिया का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज मिल चुका था। इस सीरीज के पहले मैच में फ्लॉप होने के बाद डॉन ब्रैडमैन ने शानदार वापसी की थी और अपनी पहली सीरीज में ही 2 शतक जड़ दिए थे।
शतक के साथ की थी शानदार वापसी
एशेज सीरीज के दूसरे मैच में बाहर बैठने के बाद डॉन ब्रैडमैन को सीरीज के तीसरे मैच में वापसी का मौका मिला था। इस मैच की पहली पारी में उन्होंने 79 और दूसरी पारी में 112 रनों की शानदार पारियां खेली थी। हालांकि, इसके बावजूद उनकी टीम यह मैच 3 विकेट से हार गई थी। अगले मैच में भी ब्रैडमैन ने 40 और 58 रन बनाए थे और उनकी टीम यह मैच भी हार गई थी। सीरीज के आखिरी मैच में इस दिग्गज बल्लेबाज ने 123 और नाबाद 37 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी।
सर डॉन ब्रैडमैन को अब तक का सबसे खतरनाक बल्लेबाज माना जाता है। उन्होंने अपने 20 साल के करियर में ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट मैच खेले और 6,996 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 99.94 का रहा है। ब्रैडमैन ने 29 शतक भी लगाए हैं। आज के ही दिन ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी स्टीव स्मिथ ने अपने 7000 टेस्ट रन पूरे कर लिए और इस मामले में वो डॉन ब्रैडमैन से भी आगे निकल गए।