इस मां ने पूरी की दुनिया की सबसे बड़ी दौड़, कॉमरेड मैराथन में झंडा बुलंद करने वाली पहली महिला बनीं

तमिलनाडु (Tamilnadu) के चेन्नई में रहने वाली महिला डॉक्टर एरिका पटेल (Erica Patel) ने शानदार उपलब्धि हासिल की है। दुनिया की सबसे बड़ी दौड़ कॉमरेड मैराथन पूरी करने वाली वे तमिलनाडु की पहली महिला भी बनी हैं। 
 

Manoj Kumar | Published : Sep 8, 2022 11:22 AM IST / Updated: Sep 08 2022, 04:57 PM IST

Erica Patel Comarade Marathon. तमिलनाडु की डॉक्टर एरिका पटेल ने दक्षिण अफ्रीका में इतिहास दर्ज किया है। चेन्नई में रहने वाली स्त्री रोग विशेषज्ञ और एक बच्चे की मां इरिका पटेल कॉमरेड मैराथन पूरी करने वाली तमिलनाडु की पहली महिला बनी हैं। स्त्री रोग स्पेशलिस्ट 35 वर्षीय एरिका पटेल ने गर्भावस्था के दौरान इसकी तैयारी पूरी की और अंत में दुनिया की यह सबसे बड़ी दौड़ पूरी करने का गौरव हासिल किया है। 

क्या है मैराथन कॉमरेड्स
दक्षिण अफ्रीका में दुनिया की सबसे लंबी और सबसे पुरानी मैराथन कॉमरेड्स का आयोजन किया गया। कॉमरेड मैराथन का आयोजन 89 किलोमीटर की दूरी में फैला हुआ है, जो कि दक्षिण अफ्रीकी शहर डरबन और सेंटमैरिट्सबर्ग को आपस में जोड़ता है। एरिका ने यह दौड़ पूरी करके तमिलनाडु की पहली महिला बनने का गौरव हासिल किया है। इसके बारे में बात करते हुए एरिका ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान भी मैंने प्रैक्टिस बंद नहीं की। कहा कि जब तैयारी शुरू की तो मेरी फिटनेस टॉप पर थी, इसलिए यह दौड़ पूरी करने के बारे में सोचा। एरिका ने कहा कि वे ऐसा करके कई मिथक तोड़ने में भी कामयाब हुई हैं। 

क्या कहती हैं एरिका पटेल
पेशे से स्त्री रोग विशेषज्ञ एरिका पटेल ने कहा कि मैंने यह सोच रखा था कि मैं यह संभव करके और दौड़कर दिखाउंगी कि सक्रिय महिलाएं उच्च रक्तचाप, अत्यधिक वजन बढ़ने से बच सकती हैं। यह सारी चीजें सामान्य प्रसव की संभावना को भी बढ़ाती हैं। एरिका ने कहा कि जो महिलाएं फिट नहीं होती हैं, उनको लेकर कहा जाता है कि कदम धीरे रखें, छोटे कदम उठाकर चलें। एरिका ने कहा कि लेबर रूम में जाने से पहले भी वे 39 हफ्ते में 600 कदम चलती थीं।

दक्षिण अफ्रीकी ट्रेनर ने की मदद
एरिका ने बताया कि दक्षिण अफ्रीकी कोच लिंडसे पैरी के साथ मैंने काम करना शुरू किया। इस दक्षिणी अफ्रीकी कोच का काम गर्भवती महिलाओं को ट्रेनिंग देना है। एरिका ने कहा कि मैं जैसे ही दौड़ी तो चेन्नई रनर्स के मेरे साथी लगातार उत्साहवर्धन करते रहे। मैंने कोच लिंडसे पैरी को फिनिश लाइन के पास देखा और दौड़ते हुए उन्हें ही पकड़कर रोने लगी। मैराथन पूरा करने के बाद एरिका ने कहा कि इस मैराथन ने मुझे शांत बना दिया है और मैं अंदर से ज्यादा मजबूत महसूस कर रही हूं। यह किसी भी रनर के लिए बेहद जरूरी है कि वे अंदर से फिट महसूस करें। तमिलनाडु ही नहीं पूरा देश एरिका का उपलब्धि पर गर्व कर रहा है। 

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