मिल्खा सिंह ने 1956 और 1964 के ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है और उन्हें 1959 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
स्पोर्टे्स डेस्क. भारत के महान धावक मिल्खा सिंह का कोरोना के कारण 91 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें फ्लाइंग सिख के नाम से भी जाना जाता था। मिल्खा सिंह के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है। कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती किया गया था। पांच दिन पहले उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था। रात 11.40 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के साथ भारतीय खेल के एक युग का अंत हो गया। इस दुखद सूचना से देश और दुनिया के खेल प्रेमियों में शोक की लहर फैल गई।
रविवार को हुआ था पत्नी का निधन
रविवार को उनकी 85 वर्षीया पत्नी और भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर ने भी कोरोना संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया था।
रिपोर्ट आई थी कोरोना पॉजिटिव
तबियत खराब होने के बाद उन्हें 24 मई को एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बाद में 03 जून को ऑक्सीजन लेवल में गिरावट के बाद उनहें पीजीआईएमईआर के नेहरू हॉस्पिटल एक्सटेंशन में भर्ती करवाया गया।
चार बार जीता था गोल्ड
4 बार के एशियन गोल्ड मेडलिस्ट मिल्खा सिंह ने अपने करियर में कई खिताब जीते। मिल्खा सिंह ने 1956, 1960 और 1964 ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। 1960 रोम ओलिंपिक का नाम आते ही मिल्खा सिंह की 400 मीटर की फाइनल रेस की यादें ताजा हो जाती हैं।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
मिल्खा सिंह के निधन के बाद पीएम मोदी समेत कई लोगों ने शोक प्रकट किया है। पीएम मोदी ने कहा- मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया, जिसने देश की कल्पना पर कब्जा कर लिया और अनगिनत भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया। अभी कुछ दिन पहले ही मेरी उनसे बात हुई थी। मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बातचीत होगी। उनके परिवार और दुनिया भर में कई प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।