
नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर भारत में लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते IPL होने और ना होने पर अभी भी संशय बना हुआ है। सभी आठ टीमों की फ्रेंचाइजी चाहती हैं कि यह टूर्नामेंट विदेशी खिलाड़ियों के बिना नहीं खेला जाए। इस मामले पर BCCI ने सभी फ्रेंचाइजी के मालिकों के साथ वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। इस बातचीत में सभी टीमों ने अपने विदेशी खिलाड़ियों को 14 दिन तक अलग कमरे में रखने पर सहमति जताई और सरकार से जल्द ही वीजा जारी करने की बात कही है।
सभी फ्रेंचाइजी चाहती हैं कि सरकार जल्दी से जल्दी विदेशी खिलाड़ियों को भारत आने की अनुमति दे। ताकि खिलाड़ियों को भारतीय माहौल में ठलने का मौका मिल सके। हालांकि इसके लिए अभी कम से कम 31 मार्च तक का इंतजार करना होगा। इसके बाद ही सरकार इन सभी बातों पर फैसला कर पाएगी। फिलहाल हालातों में सुधार की उम्मीद की जा सकती है और इसके लिए कदम उठाए जा सकते हैं। IPL से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक विदेशी खिलाड़ियों को भारत के मौसम के अनुसार खुद को ढालने में कम से कम 5 दिन का समय लगता है।
15 अप्रैल तक वीजा पर लगी है रोक
भारत सरकार ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए विदेश से आने वाले सभी नागरिकों का वीजा कैंसिल कर दिया है। इसमें कुछ विशेष तरह के वीजा को छुट दी गई है। खिलाड़ियों का वीजा बिजनेस वीजा में शामिल है और इस तरह के वीजा पर भी सरकार ने 15 अप्रैल तक रोक लगा दी है। कोरोना के चलते IPL को भी 15 अप्रैल तक के लिए निरस्त कर दिया गया है। BCCI सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों के साथ यह टूर्नामेंट कराने पर भी विचार कर रही है, पर कोई भी फ्रेंचाइजी इसके लिए तैयार नहीं है।
दर्शकों को नहीं मिलगा IPL का पूरा मजा
IPL2020 तय शेड्यूल के मुताबिक 29 मार्च से शुरू होना था, पर कोरोना के चलते इसे 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है। इसके बाद ही हालातों को देखते हुए भारतीय क्रिकेट बोर्ड इस टूर्नामेंट की तारीख फाइनल करेगा। अगर इस समय तक हालात सुधर जाते हैं और यह टूर्नामेंट होता है तो भी इसमें मैचों की कटौती होना तय है। BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी कुछ दिन पहले ही इसके संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड यह टूर्नामेंट कराना चाहता है, पर लोगों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।
अपने खिलाड़ियों को भारत आने से रोक सकता है ऑस्ट्रेलिया
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन राबटर्स ने मंगलवार को कहा कि खिलाड़ियों का आईपीएल टीमों के साथ व्यक्तिगत अनुबंध है और उन्हें खुद तय करना है कि इस साल आईपीएल खेलना है या नहीं। इससे पहले खबरें आ रही थी कि ऑस्ट्रेलिया IPL में आने से अपने खिलाड़ियों को रोक सकता है।