
Team India Bowlers Meeting. एशिया कप में 175 रनों का लक्ष्य भी जब भारतीय गेंदबाज संभाल नहीं पाए तो कैप्टन रोहित शर्मा कहते रहे कि हमने 10-15 रन कम बनाए। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तो 208 रन बनाए थे और यह भी भारतीय गेंदबाज डिफेंड नहीं कर पाए। हालात यह है कि न तो शुरूआत में भारतीय बॉलिंग कसी हुई, प्लान के मुताबिक नजर आती है और न ही डेथ ओवर्स में। यही कारण है कि टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे, हेड कोच राहुल द्रविड़ और कैप्टन रोहित शर्मा ने भारतीय बॉलर्स के साथ इमरजेंसी मीटिंग की है।
मैच से पहले फिर बातचीत
टीम इंडिया के मानसिक कंडीशनिंग कोच पैडी अप्टन और गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे गेंदबाजी यूनिट के हर सदस्य के साथ अलग-अलग बात करेंगे ताकि वे उन्हें मानसिक तौर पर मजबूत कर सकें। टीम प्रबंधन का मानना है कि यह कोई तकनीकी कारण नहीं बल्कि मानसिक दिक्कत है जिसकी वजह से खिलाड़ियों की फॉर्म में गिरावट आई है। अब जबकि विश्व कप से पहले भारत को सिर्फ 5 टी20 मैच ही खेलने हैं तो खिलाडियों को फिजकली और मेंटली दोनों तरह से चुस्त दुरूस्त रहना जरूरी है। यही कारण है कि टीम मैनेजमेंट ने इमरजेंसी मीटिंग की है। इस मीटिंग में गेंदबाजों के साथ ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या, वाइस कैप्टन केएल राहुल भी मौजूद रहे।
कब बुलाई गई यह मीटिंग
सूत्रों की मानें तो मोहाली में मिली हार के तुरंत बाद ही यह इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई थी। फिर गुरूवार को भी मीटिंग की गई है। इस मीटिंग में गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे, हेड कोच राहुल द्रविड़, कैप्टन रोहित शर्मा, मानसिक कंडीशनिंग कोच पैडी अप्टन भी मौजूद रहे। विषय यही रहा कि टीम के बॉलर्स ने हाल के मैचों में बहुत ज्यादा रन लुटाए हैं। 208 रन को भी टीम डिफेंड नहीं कर पाई तो लगा कि यह समस्या तकनीक से ज्यादा मानसिक है। पहले मैच में अक्षर पटेल ने किफायती गेंदबाजी की वहीं प्रमुख बॉलर्स ने 10 रन प्रतिओवर से ज्यादा की दर से रन लुटाए। डेथ ओवर्स में तो सभी गेंदबाज फेल नजर आए। दूसरे मैच से पहले भी बॉलर्स के साथ बातचीत की गई है।
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