इंडियन टीम ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि सिडनी में उनके साथ "चिड़ियाघर में जानवरों" जैसा बर्ताव किया जा रहा है, जिसे हम नहीं मानेंगे। एक तरफ उन्हें होटल रूम में रहकर क्वारंटीन पीरियड से गुजरना पड़ता है, जबकि 20,000 फैंस को बिना किसी टेस्ट के स्टेडियम में बुलाया जा रहा है।
स्पोर्ट्स डेस्क : सिडनी में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच से पहले पूरा भारतीय दल यहां पहुंच गया। जहां सभी का कोरोना टेस्ट तो नेगेटिव आ गया है, लेकिन इसके बाद भी टीम के सभी खिलाड़ियों को होटल रूम में क्वारंटीन रहने के लिए कहा गया है। जिसपर इंडियन टीम ने अपनी नाराजगी जताई। भारतीय क्रिकेट टीम ने कहा है कि यहां उनके साथ "चिड़ियाघर में जानवरों" जैसा बर्ताव किया जा रहा है। जहां उन्हें होटल रूम में क्वारंटीन पीरियड से गुजरना पड़ता है, जबकि 20,000 फैंस को बिना किसी टेस्ट के स्टेडियम में बुलाया जा रहा है। टीम इंडिया के सूत्रों के हवाले से क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज पर ये बात लिखी गई है।
कोरोना के कारण सख्त पाबंदी में है टीम इंडिया
7 जनवरी से होने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया को कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन कर पड़ रहा है। जबकि आम नागरिकों को लिए नियम इतने सख्त नहीं है। पिछले हफ्ते सख्त निर्देश दिए थे कि सिडनी और ब्रिस्बेन टेस्ट के दौरान टीम इंडिया को होटल रूम से निकलने की अनुमति नहीं मिलेगी। भारतीय खिलाड़ियों ने उनकी यह बात स्वीकार भी कर ली थी। सूत्रों के हवाले से क्रिकबज की साइट पर लिखा गया कि यदि दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं मिलती है, तभी कोई मतलब बनता है कि हमसे क्वारंटीन में रहने के लिए कहा जाए। खासकर तब जब हमारा कोरोना टेस्ट भी निगेटिव हो, तो यह जू में जानवरों को रखने जैसा बर्ताव है। हम नहीं चाहते, ऐसा हो।
कोरोना नियम तोड़ने पर इन खिलाड़ियों पर चल रही जांच
भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ियों की नए साल पर कुछ फोटो वायरल हुई थी। जिसमें रोहित शर्मा, शुभमन गिल, पृथ्वी शॉ, ऋषभ पंत और नवदीप सैनी होटल के अंदर बैठकर खाना खाते दिख रहे थे। इसके बाद इन सभी पर नियम तोड़ने का आरोप लगा और सभी को आइसोलेट किया गया। इनके खिलाफ नियम तोड़ने की जांच भी चल रही है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले से ही टीम इंडिया बॉयो बबल में चल रही है। इस दौरान टीम के खिलाड़ियों को कई नियमों का पालन करना पड़ता है।