प्रज्ञान ओझा को आईपीएल में भी खेलने का मौका मिला। डेक्कन चार्जर्स और मुंबई इंडियंस के लिए चुके ओझा की गेंदबाजी एक्शन पर 2014 में शिकायत भी हुई थी।
नई दिल्ली। भारत के एक और शानदार गेंदबाज का करियर समाप्त हो गया। ये गेंदबाज कोई और नहीं बाएं हाथ के अनुभवी स्पिनर प्रज्ञान ओझा हैं। छह साल पहले खेला गया टेस्ट मैच प्रज्ञान के करियर का आखिरी टेस्ट मैच साबित हुआ। आखिरी बार 2013 प्रज्ञान, सचिन तेंदुलकर के विदाई टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में भारत की ओर से मैदान पर उतरे थे।
प्रज्ञान बेहतरीन स्पिनर थे। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले क्रिकेटर ने अपने छोटे टेस्ट करियर में महज 24 टेस्ट मैच खेलकर 113 विकेट हासिल किए। टीम इंडिया में वापसी के जब सारे रास्ते बंद हो गए तो प्रज्ञान ने अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास लेने की अनाउंसमेंत कर दी।
प्यार और सम्मान के लिए शुक्रिया देशवासियों
प्रज्ञान ओझा ने एक ट्वीट में अपने संन्यास की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "मैं अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से तुरंत प्रभाव से संन्यास ले रहा हूं।" स्पिनर ने ट्वीट में यह भी कहा, "भारत के लिए इस लेवल पर खेलना मेरा हमेशा से सपना था। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि कितना खुशकिस्मत हूं कि मेरा सपना पूरा हुआ और मुझे देशवासियों का इतना प्यार और सम्मान मिला।"
आईपीएल में एक्शन पर लगा था बैन
प्रज्ञान ओझा ने 23 टेस्ट मैच 2009 से 2013 के दौरान खेले। उन्हें एकदिवसीय मैचों में भी मौका मिला, लेकिन ये बेहद कम था। प्रज्ञा ने कुल 18 एक दिवसीय मैच खेले जिसमें 21 विकेट हासिल किए। प्रज्ञान ओझा को आईपीएल में भी खेलने का मौका मिला। डेक्कन चार्जर्स और मुंबई इंडियंस के लिए चुके ओझा की गेंदबाजी एक्शन पर 2014 में शिकायत भी हुई थी। जिसके बाद जांच हुई और 2015 में उनके गेंदबाजी एक्शन को फिर वैध ठहरा दिया।