पिछले मैच में पंत और अय्यर ने भारतीय पारी को संभाला था और भारत के स्कोर को 287 तक पहुंचाया था। इस मैच में भी ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर ने शानदार बल्लेबाजी की और भारत का स्कोर 387 तक पहुंचाया। दोनों खिलाड़ियों ने इस दौरान मिलकर 2 ओवरों में 55 रन जड़ दिए।
विशाखापट्टनम. भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही वनडे सीरीज के दूसरे मैच में भी भारतीय मध्यक्रम का जलवा देखने को मिला। आमतौर पर भारत की परेशानी कहा जाने वाला मध्यक्रम पिछले दो मैचों से शानदार खेल दिखा रहा है। पिछले मैच में पंत और अय्यर ने भारतीय पारी को संभाला था और भारत के स्कोर को 287 तक पहुंचाया था। इस मैच में भी ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर ने शानदार बल्लेबाजी की और भारत का स्कोर 387 तक पहुंचाया। दोनों खिलाड़ियों ने इस दौरान मिलकर 2 ओवरों में 55 रन जड़ दिए।
भारतीय पारी के 46वें ओवर में पंत ने इसकी शुरुआत कॉट्रेल के ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर की। इसके बाद पंत ने इसी ओवर तीन चौके और एक छक्का लगाकर ओवर में कुल 24 रन जोड़ लिए। अब बारी अय्यर की थी और वेस्टइंडीज ने यह ओवर स्पिनर रोस्टन चेज को देकर और बड़ी गलती कर दी। ओवर की शुरुआत नो बॉल के साथ हुई जिसमें सिर्फ 1 रन ही मिला। अगली गेंद पर भी पंत सिंगल ही ले सके। इसके बाद अय्यर ने अगली 5 गेंदों पर 4 छक्के और 1 चौका लगाया। इस ओवर में भारतीय बल्लेबाजों ने कुल 31 रन बनाए और 20 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। वनडे क्रिकेट में यह भारत के लिए सबसे बड़ा ओवर था। इससे पहले सचिन तेंदुलकर और अजय जड़ेजा ने मिलकर 1999 में एक ओवर में 28 रन ठोके थे। पंत और अय्यर ने यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक ओवर में 31 रन बना दिए।
रिषभ पंत और श्रेयस अय्यर का प्रदर्शन पिछले कुछ मैचों से शानदार रहा है। खासकर श्रेयस लगातार अच्छा प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं और लंबे समय से चली आ रही नंबर चार की समस्या खत्म होती दिख रही है। पंत ने भी दो मैचों में अच्छा खेल दिखाया है और यदि वो इसे आगे भी जारी रख पाते हैं तो भारत के लिए बहुत राहत भरी बात होगी। मध्यक्रम के खराब प्रदर्शन के चलते भारत ने कई अहम मैच गंवाए हैं।