आईसीसी अंपायर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड जीत चुके साइमन टॉफेल ने अंपायर के निर्णय को गलत बताया है।
लंदन. इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए वर्ल्डकप के फाइनल मुकाबले में अंपायर के एक फैसले को पांच बार के आईसीसी अंपायर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड जीत चुके साइमन टॉफेल ने गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि दूसरी पारी के आखिरी ओवर में इंग्लैंड को ओवर थ्रो से मिले 6 रन गलत थे। आईसीसी के नियम के मुताबिक, इंग्लैंड को 5 रन मिलने थे क्योंकि ओवर थ्रो के दौरान बल्लेबाज एक दूसरे को क्रॉस नहीं कर पाए थे।
टॉफेल ने विदेशी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि आईसीसी के रूल बुक के नियम 19.8 के मुताबिक, अगर ओवर थ्रो के बाद गेंद बाउंड्री के पार जाती है, तो पेनल्टी के रन में बल्लेबाजों के पूरे किए रन जुड़ते हैं। बल्लेबाजों ने एक ही रन पूरा किया और दूसरे के लिए दौड़ रहे हैं, तब यह देखा जाता है, फील्डर के गेंद थ्रो करने से पहले दोनों बल्लेबाज क्रॉस हुए या नहीं। अगर ऐसा नहीं होता है, तो एक ही रन टीम को मिलता है। बाकि बाउंड्री के रन मिलते हैं।
क्या है मामला
मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 241 रन बनाए, जिसके जवाब में इंग्लैंड भी 241 रन बना सकी। इसके बाद सुपर ओवर खेला जिसमें भी दोनों टीमें 15-15 रन बना पाई। अब जब मैच और सुपर ओवर दोनों टाई हो गए तो आईसीसी ने सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाने वाली टीम इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया। लेकिन दूसरी पारी के आखिरी ओवर के फैसले पर अब साइमंड टॉफेल ने सवाल उठाते हुए कहा है, जब गुप्टिल ने थ्रो किया था, तब बल्लेबाज बेन स्टोक्स और रशीद दूसरा रन लेने के समय एक दूसरे को क्रॉस नहीं कर पाए थे। ऐसे में इंग्लैंड को पांच रन मिलने थे। अंपयारों का इंग्लैंड को 6 रन देना गलत निर्णय था।