भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी टॉस के लिए पहुंचे तो उनके सामने पूरी वेस्टइंडीज की टीम खड़ी थी। कप्तान ब्रावो आगे थे और उनके पीछे खड़ी पूरी टीम अपने कप्तान के साथ खड़ी थी। ये सभी खिलाड़ी अपने बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
नई दिल्ली. वेस्टइंडीज की टीम भारत के दौरे पर है, जहां उसे 3 T-20 और 3 वनडे खेलने हैं। T-20 सीरीज का पहला मैच हो चुका है, जिसमें भारतीय कप्तान कोहली की शानदार पारी की बदौलत भारत ने 6 विकेट से जीत दर्ज की थी। वेस्टइंडीज की टीम इससे पहले भी कई बार भारत का दौरा कर चुकी है, पर 2014 में वेस्टइंडीज का भारत दौरा विवादों में फंस गया था। बोर्ड से अनबन के चलते कैरेबियाई खिलाड़ियों ने बीच में ही दौरा छोड़ दिया था।
सीरीज के चौथे मैच में भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी टॉस के लिए पहुंचे तो उनके सामने पूरी वेस्टइंडीज की टीम खड़ी थी। कप्तान ब्रावो आगे थे और उनके पीछे खड़ी पूरी टीम अपने कप्तान के साथ खड़ी थी। ये सभी खिलाड़ी अपने बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। टॉस के समय कप्तान ब्रावो ने जानकारी दी कि कैरेबियाई टीम यह दौरा बीच में ही छोड़कर जा रही है। वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों को बहुत ही कम पैसे देता है, जिसके लिए ये लोग प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि वेस्टइंडीज ने यह मैच खेला था और भारत ने इस मैच में 59 रनों से जीत दर्ज की थी।
वेस्टइंडीज के इस दौरे में 5 वनडे, 1 T-20 और 3 टेस्ट मैच खेले जाने थे, पर बोर्ड से अनबन के चलते वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने 4 वनडे मैच खेलकर ही दौरा रद्द कर दिया और T-20 के साथ-साथ टेस्ट सीरीज नहीं खेली गई। इस वजह से भारतीय क्रिकेट बोर्ड को नुकसान उठाना पड़ा। इसके लिए BCCI ने वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड पर अच्छा खासा जुर्माना भी लगाया था।
इस घटना के बाद वेस्टइंडीज ने सभी खिलाड़ियों पर बैन लगा दिया था और नई टीम खड़ी की थी। हालांकि, कुछ समय बाद सीनियर खिलाड़ियों के साथ बोर्ड ने इस मसले को सुलझा लिया और अब पोलार्ड को वेस्टइंडीज टीम की कप्तानी सौंपी गई है।