
स्पोर्ट डेस्क: भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian Womens Cricekt Team) की अहम सदस्य पूनम राउत ने महिला क्रिकेट को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा, "इंग्लैंड में आयोजित हुए महिला वर्ल्ड कप 2017 (Womens World Cup 2017) ने भारत में महिला क्रिकेट को काफी हद तक बदल दिया।
राउत ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा, "हमने इंग्लैंड में 2017 विश्व कप में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और वहां से भारत में महिला क्रिकेट के लिए चीजें काफी बदल गईं। हमारे मैचों का प्रसारण शुरू हो गया और अच्छी मीडिया कवरेज मिली। यहां तक कि माता-पिता भी क्रिकेट खेलने वाली लड़कियों को आगे करने लगे।"
पूनम ने आगे कहा, "पहले माता-पिता शिकायत करते थे, लेकिन अब वे लड़कियों को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित करते हैं। यहां तक कि कई लोग मुझसे महिला क्रिकेट के विभिन्न स्तरों और चयन की पूरी प्रक्रिया के बारे में पूछते हैं। कुल मिलाकर समाज बदल गया है और अधिक महिलाएं क्रिकेट खेल रही हैं। हमारे समय की तुलना में अब भारत में महिलाएं अच्छे से खेल पा रही हैं।"
पूनम ने कहा, "बहुत सी जगहों पर अच्छे सुधार किए गए हैं। जब मैंने खेलना शुरू किया, तो हमारे मैचों का कोई नियमित प्रसारण नहीं होता था और लोग केवल एक या दो महिला क्रिकेटरों को जानते थे। अब प्रशंसक भारतीय महिला क्रिकेट मैचों को देखते हैं और सबके बारे में जानते हैं। अब हमारे पास एक अच्छा घरेलू ढांचा है और एक सीजन में उचित मात्रा में अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले जाते हैं। हालांकि, हम जितने मैच खेलते हैं वह पुरुषों की तुलना में कम है। लेकिन, यह पहले की तुलना में बेहतर है।"
महिला आईपीएल को लेकर क्या बोली पूनम:
महिला आईपीएल को लेकर पूनम ने कहा, "हां, मैं महिला आईपीएल को लेकर बहुत आशावादी हूं। लीग भारतीय महिला क्रिकेट टीम को निडर और नए खिलाड़ी प्राप्त करने में मदद करेगी, जैसा कि अब हम पुरुष टीम के साथ देखते हैं। युवाओं को खेल के दिग्गजों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का मौका मिलेगा। यह उन खिलाड़ियों के लिए एक मंच के रूप में भी काम करेगा, जिन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया है, ताकि वे खुद को साबित कर सकें।"
वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी भारतीय टीम:
पूनम राउत ने वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में 85 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी। इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में 229 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की टीम मजबूत लग रही थी, लेकिन 219 रन पर सिमट गई थी। खिताब के नजदीक पहुंचकर भारत ने मैच को सिर्फ 9 रन गंवा दिया। हालांकि, भारत के फाइनल में हारने के बाद भी देश में महिला क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिला।
यह भी पढ़ें:
Ashes Series: एशेज सीरीज चल रही है या मजाक चल रहा है, अंपायर को नहीं दिखाई दी 12 NO BALL