दिल्ली हिंसा पर अमित शाह से मिलेंगे केजरीवाल, कहा, बाहर से आए लोग, बॉर्डर सील करने की जरूरत

दिल्ली हिंसा पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा,  स्थानीय पुलिस के पास एक्शन की पावर नहीं है। वे एक्शन के लिए ऊपर से आदेश का इंतजार कर रहे होते है।  

Asianet News Hindi | Published : Feb 25, 2020 6:17 AM IST / Updated: Feb 25 2020, 12:09 PM IST

नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, स्थानीय पुलिस के पास एक्शन की पावर नहीं है। वे एक्शन के लिए ऊपर से आदेश का इंतजार कर रहे होते है। इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की सीमा को सीज करने की जरूरत है। हिंसा में कई बाहरी लोग शामिल हैं।

अमित शाह से मुलाकात करेंगे 

दिल्ली हिंसा पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा,  पुलिस को कार्रवाई करने के अधिकार नहीं हैं, वो कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं जब तक उनको ऊपर से आदेश नहीं मिल जाते। मैं 12 बजे गृह मंत्री जी से मिलने जा रहा हूं, इसका जिक्र मैं उनसे करूंगा। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास पर राजधानी के हिंसा प्रभावित इलाकों के अधिकारियों और विधायकों के साथ बैठक की। 

कैसे शुरू हुई हिंसा

शाहीनबाग में सीएए के विरोध में करीब 2 महीने से ज्यादा वक्त से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। रविवार की सुबह कुछ महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर होते-होते मौजपुर में भी कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, वह दिल्ली में दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे। वे भी अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने लिखा, सीएए के समर्थन में मौजपुरा में प्रदर्शन। मौजपुर चौक पर जाफराबाद के सामने। कद बढ़ा नहीं करते। एड़ियां उठाने से। सीएए वापस नहीं होगा। सड़कों पर बीबियां बिठाने से।' भाजपा समर्थकों के सड़क पर उतरने के बाद मौजपुर चौराहे पर ट्रैफिक दोनों तरफ से बंद हो गया है। समर्थन में लोग सड़कों पर बैठ गए हैं। इसी दौरान सीएए का विरोध करने वाले और समर्थन करने वाले दो गुटों में पत्थरबाजी हुई। यहीं से विवाद की शुरुआत हुई। 

कपिल मिश्रा ने पुलिस को दिया था अल्टीमेटम

रविवार को ही कपिल मिश्रा ने कहा था, दिल्ली में आग लगी रही। ये यही चाहते हैं। इसीलिए दंगे जैसा माहौल बना रहे हैं। हमारी तरफ से किसी ने पत्थर नहीं चलाया। ट्रम्प के जाने तक तो हम शांति से जा रहे हैं। लेकिन उसके बाद तो हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। रास्ते खाली नहीं हुए तो। ट्रम्प के जाने तक आप जाफराबाद और चांद बाग की सड़के खाली करवा दीजिए। उसके बाद हमें रोड पर आना पड़ेगा। इसके बाद हमें मत समझाइएगा। हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। सिर्फ तीन दिन। 

दिल्ली हिंसा में 7 लोगों की मौत

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर तीसरे दिन भी हिंसा का दौर जारी है। ब्रह्मपुरी और मौजपुर में सुबह पत्थरबाजी हुई है। इस हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि हिंसा के दौरान गंभीर रूप से घायल शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वहीं, बढ़ रही हिंसा पर काबू पाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

डीसीपी शर्मा के सिर की सर्जरी हुई

डीसीपी अमित शर्मा का सोमवार रात में सिर की सर्जरी हुई है। लेकिन उन्हें अभी तक होश नहीं आया है। डीसीपी शर्मा को पटपड़गंज के मैक्स हॉस्पिटल के आईसीयू (ICU) में भर्ती किया गया है। उनका दो बार सिटी स्कैन हो चुका है। इनके अलावा एक अन्य एसीपी अनुज कुमार मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती हैं। कुमार को भी सोमवार को हुई पथराव की घटना में चोट आई थी।

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