हर हाल में दिल्ली चुनाव फतह करना चाहती है BJP, क्या कामयाब होगा PM मोदी अमित शाह का ये फॉर्मूला

लोकसभा चुनाव 2019 में 50 प्रतिशत से ज्यादा मत हासिल करने और देश की राजधानी की सभी सात सीटें जीतने के बाद बीजेपी विधानसभा चुनाव में भी पुराने प्रदर्शन को दोहराने के लिए बेकरार है। लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र और झारखंड गंवाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी हर हाल में दिल्ली पर कब्जा चाहते हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 20, 2020 9:28 AM IST / Updated: Jan 20 2020, 03:09 PM IST

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी चीफ और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली विधानसभा चुनाव में निपटने के लिए बीजेपी पूरा दमखम दिखा रही है। लोकसभा चुनाव 2019 में 50 प्रतिशत से ज्यादा मत हासिल करने और देश की राजधानी की सभी सात सीटें जीतने के बाद बीजेपी विधानसभा चुनाव में भी पुराने प्रदर्शन को दोहराने के लिए बेकरार है। लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र और झारखंड गंवाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी हर हाल में दिल्ली पर कब्जा चाहते हैं। 

2015 के चुनाव में महज तीन सीटों पर सिमट गई बीजेपी ने इस बार कई फूल प्रूफ प्लान बनाए हैं। इसमें से एक गठबंधन में दिल्ली का चुनाव लड़ना भी है। पार्टी की कोशिश है कि ऐसा करके वह दिल्ली में मतों के बिखराव को रोक सकती है। बीजेपी, जनता दल यूनाइटेड और अकाली दल के साथ गठबंधन की फिराक में है। दिल्ली के एक सीनियर पार्टी नेता ने इसके संकेत भी दिए हैं। 

हरियाणा झारखंड के सबक से बचना चाहती है पार्टी 
हिंदुस्तान टाइम्स ने एक बड़े बीजेपी नेता के हवाले से कहा कि बिहार में सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड और पंजाब के सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन के मूड में है। दिल्ली में जेडीयू ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया था। पार्टी को डर है कि जेडी यू के उम्मीदवार उतारने से दिल्ली में रह रहे यूपी बिहार के मतों में बिखराव की आशंका है। इसी तरह अकाली दल का भी दिल्ली के सिख और पंजाबी मतदाताओं में अच्छा प्रभाव है। दोनों के साथ आने से मतों के बिखराव को रोकने में मदद मिलेगी। हरियाणा और झारखंड में सहयोगी दलों (अकाली दल, आजसू) की अनदेखी करने की वजह से बीजेपी को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। 

जेडीयू के दिल्ली प्रभारी संजय झा ने कनफर्म भी किया कि बीजेपी ने दिल्ली में पार्टी को दो सीटें दी हैं।  पार्टी ने बुराड़ी और संगम बिहार सीट से उम्मीदवार के नाम का ऐलान भी कर दिया है।  

चौटाला भी आएंगे साथ 
पार्टी अब केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली  की जंग में ऐसी गलती दोहराना नहीं चाहती। कहा तो यह भी जा रहा है कि पार्टी हरियाणा के सहयोगी डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जजपा और रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति के साथ भी गठबंधन के मूड में है। जाट मतों में रसूख का दावा करने वाले दुष्यंत ने विधानसभा चुनाव ज़ोर शोर से लड़ने की घोषणा की दी है। 

बीजेपी ने जारी की है सिर्फ एक लिस्ट 
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अभी सिर्फ एक लिस्ट जारी की है। इसमें पार्टी ने 57 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था। दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि शेष 13 सीटों में सहयोगी दलों को भी कुछ सीटें दी जा सकती हैं ताकि दिल्ली की लड़ाई को और आसान बनाया जा सके। 

दिल्ली में त्रिकोणीय है लड़ाई 
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की जंग त्रिकोणीय है। मुख्य मुक़ाबला सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है। तममा सीटों पर कांग्रेस भी जंग को त्रिकोणीय बनाने की फिराक में है। कांग्रेस ने भी चुनाव के लिए लालू यादव की आरजेडी के साथ गठबंधन किया हुआ है। आप अकेले चुनाव मैदान में है। पिछली बार आप ने 67 सीटें जीती थीं। 
 

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