दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां शनिवार को छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी और इस पर बल दिया कि संविधान की रक्षा करने का दायित्व देश के नागरिकों पर है
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां शनिवार को छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी और इस पर बल दिया कि संविधान की रक्षा करने का दायित्व देश के नागरिकों पर है।
दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित 71वें गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, “जिन्होंने बलिदान देकर देश को स्वतंत्र कराया उन्होंने हमें संविधान का उपहार दिया। उसकी रक्षा करना देश की एक सौ तीस करोड़ जनससंख्या का दायित्व है। यदि संविधान की रक्षा होती है तो देश आसानी से कठिन परिस्थितियों से निकल जाएगा।”
केजरीवाल ने अपना संबोधन रखा संक्षिप्त
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले लागू आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए केजरीवाल ने अपना संबोधन संक्षिप्त रखा। उन्होंने कहा, “मैं प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस पर आपसे ढेर सारी बातें करता हूँ लेकिन आदर्श आचार संहिता के कारण इस साल मैं ऐसा नहीं कर पाउँगा।”
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन का समापन “हम होंगे कामयाब” गीत और “भारत माता की जय” और “इंकलाब जिंदाबाद” के नारों के साथ किया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)