दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से पूछा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध करने वाले कार्यकर्ता शरजील इमाम को बेहद गंभीर बयान देने के बावजूद अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से पूछा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध करने वाले कार्यकर्ता शरजील इमाम को बेहद गंभीर बयान देने के बावजूद अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
केजरीवाल ने उस खबर पर प्रतिक्रिया दी जिसमें शाह ने उनसे पूछा था कि वह शरजील इमाम के पक्ष में हैं या विरोध में। उन्होंने कहा कि बयान, “तुच्छ राजनीति” को दर्शाता है।
राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया
केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, “शरजील असम को देश से अलग करने की बात कर रहा था। यह बहुत गंभीर है। आप देश के गृह मंत्री हैं। आपका यह बयान तुच्छ राजनीति को दर्शाता है। उसे तत्काल गिरफ्तार करना आपका काम है। उसने दो दिन पहले यह बयान दिया था, आप उसे क्यों नहीं गिरफ्तार कर रहे? क्या मजबूरी है या आप इस मामले पर और गंदी राजनीति करना चाहते हैं।”
उसके कथित भाषण सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उस पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। भाषण में उसे यह कहते हुए सुना गया कि असम और पूर्वोत्तर को भारत से ‘‘काटना’’ है।
इमाम के वीडियो सामने आने के बाद मामले दर्ज हुए जिसमें उसने कहा कि अगर ‘‘पांच लाख लोग एकजुट हो जाएं’’ तो पूर्वोत्तर को भारत से काटा जा सकता है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)