जीत के बाद केजरीवाल की अपने चाणक्य के साथ पहली तस्वीर, ऐसे मनाया जश्न

केजरीवाल की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले राजनीति के रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर चर्चा में हैं। हालांकि चुनाव के नतीजे आने के बाद केजरीवाल अपने चाणक्य से मुलाकात की।

Asianet News Hindi | Published : Feb 11, 2020 7:39 AM IST

नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजे घोषित हो रहे हैं। इस बीच शुरुआती रूझानों में राज्य में सत्तासीन आम आदमी पार्टी बहुमत के पार है। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल बीजेपी को मात देते हुए काफी आगे चल रहे हैं। इन सब के बीच केजरीवाल की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले राजनीति के रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर चर्चा में हैं। हालांकि चुनाव के नतीजे आने के बाद केजरीवाल अपने इस रणनीतिकार से मुलाकात की। जिसके बाद दोनों ने गले लग कर एक दूसरे को बधाई दी। 

किशोर ने लिखी केजरीवाल के जीत की पटकथा 

आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए किशोर ने AAP को "गारंटी कार्ड" योजना का आइडिया दिया। जिसमें जनता के लिए ढेरों मूलभूत चीजों को मुफ्त मुहैया करवाने का वादा किया गया है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 पूरी तरह सीएम केजरीवाल के नाम पर लड़ा। जिसमें किशोर अपने रणनीति की वजह से केजरीवाल को एक ब्रांड के तौर पर स्थापित कर दिया। 

प्रशांत किशोर ने गारंटी कार्ड आइडिया का पहला परीक्षण 2015 में किया जब जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। तब “नीतीश के सात निश्चय” (नीतीश कुमार के सात संकल्पों) के नाम से एक गारंटी कार्ड लाया गया था। इससे नीतिश कुमार को सुशासन बाबू का तमगा मिला। 

पंजाब, आंध्र प्रदेश में भी बनवाई सरकार 

फिर 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान यही कॉन्सेप्ट "कैप्टन डे नौ नुक्ते" (कैप्टन के नौ समाधान) के रुप में इस्तेमाल में लाया गया। अमरिंदर सिंह सत्ताधीन पार्टी अकाली दल और भाजपा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे। 2019 में एक बार फिर जब वाईएसआरसीपी प्रमुख जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को ले रहे थे, रेड्डी ने अपने "जगन्नाथ नवरत्नलु" (बड़े भाई पवन के नौ रत्न) जारी किए थे। इसमें नौ संकल्पों को जनता को भरोसा दिलाने के लिए नौ संकल्पों की बात की गई।

केजरीवाल को सलाह देने वाले प्रशांत किशोर इन तीनों अभियानों में रणनीतिकार थे। केजरीवाल के गारंटी कार्ड पर किशोर के फिंगरप्रिंट्स मौजूद हैं। उन्होंने पर्दे के पीछे से दिल्ली सीएम को ब्रांड बनाकर दिल्ली की जनता के बीच उनकी छवि गढ़ी जिसका फायदा आप को मिलता दिख रहा है।

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