आम आदमी पार्टी ने रघुविंदर शौकीन ने भाजपा की सुमनलता शौकिन 11 हजार वोटों से हराया है। वहीं, कांग्रेस पार्टी के मंदीप सिंह को बूरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है। इन सब के बीच खास बात यह है कि आम आदमी पार्टी ने दोबारा इस सीट पर अपना कब्जा जमाया है।
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा 2020 के लिए 8 फरवरी को हुए वोटिंग के आज नतीजे सामने आएं। जिसमें आम आदमी पार्टी ने रघुविंदर शौकीन ने भाजपा की सुमनलता शौकिन 11 हजार वोटों से हराया है। वहीं, कांग्रेस पार्टी के मंदीप सिंह को बूरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है। इन सब के बीच खास बात यह है कि आम आदमी पार्टी ने दोबारा इस सीट पर अपना कब्जा जमाया है।
दो बार मिली बीजेपी को जीत
विधानसभा नांगलोई की सीट उत्तरी पश्चिमी दिल्ली में आती है इस सीट पर विधानसभा के गठन के बाद भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है। यानी 1993 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार देवेंद्र सिंह शौकिन ने जीत हासिल की थी। जिसके बाद 1998 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार प्रेम चंद ने इस सीट को छीन लिया और कांग्रेस के जीत का परचम लहरा दिया। लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वापसी की और मनोज कुमार शौकिन को जीत हासिल हुई। जिसके बाद 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस और बीजेपी को पटखनी देते हुए अपना कब्जा जमा लिया।
रिकॉर्ड मतों से आप उम्मीदवार को मिली जीत
2015 में दोबारा चुनावी मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसी क्रम में नांगलोई सीट पर आप उम्मीदवार रघुविंदर शौकिन ने बीजेपी के उम्मीदवार मनोज कुमार शौकिन को 39024 वोटों से हराया था। इस चुनाव में आप उम्मीदवार को 83,259 मत मिले थे। जबकि भाजपा के कैंडिडेट को 46,235 मत हासिल हुए थे। वहीं, कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार डॉ. बृजेंद्र सिंह को 15,756 मत मिले थे।
बीजेपी और आप के बीच टक्कर
विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होना है। ऐसे में बीजेपी और आप के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। वहीं, कांग्रेस पार्टी भी रेस में शामिल है। एक ओर जहां बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल करने में जुटी हुई है। वहीं, आम आदमी पार्टी किसी भी कीमत पर इस सीट को हारना नहीं चाहती है।
नांगलोई जाट को आम तौर पर नांगलोई के रूप में जाना जाता है। यह दिल्ली के पश्चिमी जिले में स्थित है। यह पश्चिम विहार, दिल्ली आउटर रिंग रोड और नजफगढ़ नेशनल हाईवे से घिरा हुआ है। यह जाट बहुल क्षेत्र है, लेकिन यहां सभी समुदायों के लोग रहते हैं। यहां मुस्तफा मस्जिद, पीर बाबा का मजार और श्री चांद जी गुरुद्वारा है। पीर बाबा के मजार के बारे में मान्यता है कि यहां हर किसी की मन्नत पूरी होती है।