गुजरात में चुनाव तारीखों का ऐलान होते ही सूबे की आर्थिक अपराध शाखा इकाई भी एक्टिव हो गई है। आर्थिक अपराध शाखा की ईको सेल ने एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा किया है जिसमें तकरीबन 200 करोड़ की टैक्स चोरी की गई थी।
अहमदाबाद(Gujrat). गुजरात में चुनाव तारीखों का ऐलान होते ही सूबे की आर्थिक अपराध शाखा इकाई भी एक्टिव हो गई है। आर्थिक अपराध शाखा की ईको सेल ने एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा किया है जिसमें तकरीबन 200 करोड़ की टैक्स चोरी की गई थी। सूरत आर्थिक अपराध शाखा की इको सेल ने साइबर सेल और एसओजी की सहायता से 200 करोड़ की जाली बिलिंग का पर्दाफाश कर 12 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया हैं।
इको सेल अधिकारियों के मुताबिक सूत्रों के जरिए सूचना मिली थी कि जाली बिलिंग की वारदात पूरे राज्य में हो रही हैं। इसके मद्देनजर अहमदाबाद, सूरत, भावनगर, राजकोट, जूनागढ़ तथा मोरबी की जाली कंपनियों ने 200 करोड़ रूपये के जाली बिल बनाये थे। इस मामले में भावनगर से आफताब अब्दुल रहमान, अदरुषमियां, जाफर और मोहम्मद फैजल नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया हैं।
एक माह पूर्व मिली थी फर्जी बिलिंग की सूचना
बता दें कि इको सेल को अक्टूबर में ही जाली बिलिंग की जानकारी मिली थी। इसके आधार पर एबी एन्टरप्राइज, बारिया एन्टरप्राइज, गणेश एन्टरप्राइज, मकवाणा एन्टरप्राइज, एमडी ट्रेडिंग, एमडी एन्टरप्राइज तथा एसजी एन्टरप्राइज नामक डमी व्यक्तियों के नाम आठ कंपनियों शुरू की थीं। इन कंपनियों ने जिनका नाम दिया था उनकी जांच करने से पता चला कि वे जाली नाम थे। इको सेल ने सूरत से 2, अहमदाबाद से 2, भावनगर से 5, राजकोट से एक, मोरबी से 2 सहित कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया हैं।