रविंद्र जडेजा के लिए गजब मुसीबत, पत्नी रिवाबा के खिलाफ बहन नयनाबा कर रही प्रचार.. चुनाव में उगल रही जहर

Gujarat Assembly Election 2022:  क्रिकेटर रविंद्र जडेजा इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में बड़ी मुश्किलों में फंसे दिख रहे हैं। उनकी बहन नयनाबा को कांग्रेस ने प्रचार अभियान की कमान सौंपी है, जबकि पत्नी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में दोनों ननद-भाभी आमने-सामने आ गई हैं। 

Ashutosh Pathak | Published : Nov 13, 2022 11:00 AM IST

गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022:   गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा ने जामनगर उत्तर सीट से मौजूदा विधायक धर्मेंद्र सिंह जडेजा का टिकट काटकर क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को टिकट दे दिया है। हालांकि, पार्टी यह मानकर चल रही है कि यह सीट वह आसानी से निकाल लेगी। उसे डर था कि इस सीट पर लोग मौजूदा विधायक से नाराज हैं और सत्ता विरोधी लहर का असर दिख सकता है, जिससे यह सीट उसे खोनी पड़ सकती है। 

बहरहाल, पार्टी ने महिला उम्मीदवार को टिकट देकर यह आश्वस्त होने की कोशिश की है, यह सीट आसानी से निकल जाएगी। मगर जिसे टिकट दिया है उसकी ननद खुद प्रत्याशी के लिए मुसीबत बन गई है। जी हां, रविंद्र जडेजा की बहन नयनाबा खुद अपनी भाभी रिवाबा के खिलाफ न सिर्फ कांग्रेस के लिए प्रचार कर रही हैं बल्कि, सरेआम जहर भी उगल रही हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर खासतौर पर रिवाबा के खिलाफ प्रचार के लिए उनकी ननद नयनाबा को मैदान में उतारा है। हालांकि, पार्टी ने टिकट नयनाबा की जगह विपेंद्र सिंह जडेजा को दिया है। 

'धर्मेंद्र सिंह मजबूत नेता, पार्टी को उन्हें टिकट देना चाहिए था' 
रविंद्र की बहन नयनाबा जामनगर में कांग्रेस की महिला मोर्चा की मंत्री हैं। हालांकि, परिवार में नयनाबा और रिवाबा का संबंध अच्छा है। दोनों का व्यवहार भी एक दूसरे के प्रति अच्छा है, मगर चुनावी मैदान में दोनों आमने-सामने आ गए हैं। रिवाबा को टिकट मिलने पर नयनाबा ने कहा था कि अगर भाजपा ने रिवाबा को यह सीट लड़ने के लिए दी, तो पार्टी चुनाव हारेगी। नयनाबा के अनुसार, भाजपा के मौजूदा विधायक धर्मेंद्र बड़े नेता है। कांग्रेस के टिकट पर 2012 का विधानसभा चुनाव  लड़े और जीत गए। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए। 2017 के चुनाव में वे फिर भाजपा के टिकट पर लड़े और जीत गए। 

'कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार रिवाबा को हरा देगा' 
नयनाबा के अनुसार, इस बार भाजपा ने रिवाबा जैसी कमजोर उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। कांग्रेस यह सीट बड़ी आसानी से जीत जाएगी। कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार उन्हें हरा देगा। बता दें कि इस बार गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर होगी। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी होगा। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है।  

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