अब अमित शाह की इंट्री.. जयराम ठाकुर और सुरेश कश्यप को डैमेज कंट्रोल रिपोर्ट लेकर दिल्ली बुलाया

Himachal Pradesh Assembly Election 2022: अमित शाह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्य के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप को डैमेज कंट्रोल प्लान की रिपोर्ट लेकर शनिवार को दिल्ली आने को कहा है। शनिवार को ही नाम वापसी का अंतिम दिन भी है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 28, 2022 1:37 PM IST

शिमला। Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कल यानी शनिवार, 29 अक्टूबर को नाम वापसी का अंतिम दिन है और इसी के साथ अमित शाह भी खुलकर एक्टिव मोड में आ गए हैं। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और हिमाचल प्रदेश भाजपा इकाई के अध्यक्ष सुरेश कश्यप से शनिवार को दिल्ली आकर मिलने को कहा है। शाह ने साथ ही इन दोनों नेताओं को अपने साथ डैमेज कंट्रोल प्लान रिपोर्ट भी लाने को कहा है। 

माना जा रहा है कि यह बागियों से निपटने की रणनीति का प्रमुख हिस्सा भी हो। दरअसल, भाजपा इस समय हिमाचल प्रदेश चुनाव को दो फ्रंट पर लेकर चल रही है। एक फ्रंट जिसमें जनता के बीच जाने और प्रचार के जरिए अपनी उपलब्धियां गिनाने तथा आगे के  पांच साल के संकल्प को बताने का काम करेगी। इसके लिए चुनाव प्रचार अभियान के तहत स्टार प्रचारकों की पूरी फौज भी उतारी जा रही है। 

बागियों को मनाओ या फिर उनसे 'ठीक' से निपटो की रणनीति 
वहीं, दूसरे फ्रंट के तहत पार्टी अपने ही उन पुराने नेताओं को साधने की कोशिश में जुटी है, जो चुनाव में सीधे तौर या फिर अप्रत्यक्ष तौर पर नुकसान पहुंचा सकते हैं। बागियों को मनाने और नहीं मानने वालों से निपटने के लिए खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कमान संभाली हुई है। उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पार्टी ने प्रभारी नेता अविनाश राय खन्ना और सहायक प्रभारी संजय टंडन को भी फ्रंट पर रहने को कहा है। ये सभी नेता बागियों से मिल रहे हैं, उन्हें अपने-अपने अंदाज और तरीके से मना रहे हैं। इसके तहत नड्डा को जो बड़ी कामयाबी मिली है, वह महेश्वर सिंह के तौर पर है, जो कुल्लू से निर्दलीय लड़ने वाले थे, मगर नड्डा उन्हें मनाने में और यह अहसास दिलाने में सफल रहे कि महेश्वर सिंह अब बूढ़े हो चुके हैं और निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ सकते। 

अब तक 9 प्रत्याशियों ने पर्चे वापस लिए 
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में नामांकन का दौर पूरा हो चुका है और नाम वापसी की अंतिम तारीख 29 अक्टूबर है। यहां 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 786 उम्मीदवार ने पर्चा भरा था। मगर 696 का ही पर्चा स्वीकृत हुआ, जबकि 81 के पर्चे रिजेक्ट हो गए। वहीं, अब तक 9 ने नाम वापस ले लिया है। इस बार एक चरण में वोटिंग होगी। मतदान 10 नवंबर को है, जबकि मतगणना 8 दिसंबर को होगी। इसमें भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ इस बार आम आदमी पार्टी ने भी सभी 68 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। 

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