पटियाला जेल में बंद बिक्रम मजीठिया पर चन्नी सरकार मेहरबान, नियमों के विपरीत 6 दिन में मिले शिअद के ये 12 नेता

यदि किसी कैदी पर आरोप सिद्ध हो जाएं और वह दोषी हो तो सप्ताह में सिर्फ एक बार परिवार से मिलने की अनुमति है। जबकि मजीठिया के मामले में ये नियम शिथिल देखे जा रहे हैं। मजीठिया के साथ जेल में शिअद के नेता लगातार मीटिंग कर रहे हैं। वह 24 फरवरी से दो सप्ताह के लिए न्यायिक हिरासत में है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 4, 2022 5:23 AM IST

चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे पर नेता खूब आरोप लगाते हैं। लेकिन, वही नेता पर्दे के पीछे एक-दूसरे के प्रति पूरी उदारता बरतते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के मामले में। मजीठिया इन दिनों नशा तस्करी के केस में पटियाला की सेंट्रल जेल में बंद है। उन पर पंजाब की कांग्रेस सरकार खासी मेहरबान नजर आ रही है। उनसे बीते 6 दिनों में 12 शिअद नेता मुलाकात कर चुके हैं। जेल नियमों के अनुसार, विचाराधीन कैदी से सप्ताह में दो बार परिवार के सदस्य मिल सकते हैं। 

यदि किसी कैदी पर आरोप सिद्ध हो जाएं और वह दोषी हो तो सप्ताह में सिर्फ एक बार परिवार से मिलने की अनुमति है। जबकि मजीठिया के मामले में ये नियम शिथिल देखे जा रहे हैं। मजीठिया के साथ जेल में शिअद के नेता लगातार मीटिंग कर रहे हैं। वह 24 फरवरी से दो सप्ताह के लिए न्यायिक हिरासत में है। उन्होंने ड्रग्स के एक मामले में मोहाली की एक अदालत में सरेंडर किया था। कोर्ट ने 25 फरवरी को उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पंजाब पुलिस को निर्देश दिया था कि वह मजीठिया को 23 फरवरी तक ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार न करे, ताकि वह राज्य में चुनाव प्रचार कर सकें।

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मजीठिया से इन नेताओं ने मुलाकात की
शिरोमणि अकाली दल के विधायक हरिंदर पाल चंदूमाजरा और पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने गुरुवार को बिक्रम सिंह मजीठिया से मुलाकात की। बटाला शिअद विधायक लखबीर सिंह ने भी मजीठिया से मुलाकात की। शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने मजीठिया से मुलाकात की थी। एसजीपीसी की पूर्व प्रमुख बीबी जागीर कौर, पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा, पार्टी प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेशिंदर सिंह ग्रेवाल समेत अन्य ने मजीठिया से मुलाकात की। 

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जेल अधीक्षक को ज्यादा लोगों से मुलाकात करवाने का अधिकार
पटियाला सेंट्रल जेल अधीक्षक शिवराज सिंह ने कहा कि एक विचाराधीन कैदी को सप्ताह में दो बार परिवार के सदस्य या किसी और से मिलने की अनुमति दी गई थी। उन्होंने कहा- ‘यह नियम विचाराधीन कैदियों पर लागू होता है। लेकिन जेल अधीक्षक को अधिकार है कि वह किसी विचाराधीन कैदी को इससे ज्यादा मुलाकात करने की इजाजत दे सकते हैं।’

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पर्दे के पीछे नियमों को ताक पर रख देते हैं नेता
जानकारों का कहना है कि यह तो गलत है। किसी नेता को इस तरह से रियायत कैसे दी जा सकती है? वह भी तब, जब उस पर इतने गंभीर आरोप लगे हैं। यह तो इस तरह से लगता है कि नेता वोट के लिए तो एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हैं, लेकिन पर्दे के पीछे से उसकी मदद के लिए नियमों को ताक पर रख दिया जाता है। भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली संस्था यूथ फॉर चेंज के अध्यक्ष एडवोकेट राकेश ढुल ने बताया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अब कहां हैं? वह तो चुनाव प्रचार के दौरान लगातार मजीठिया पर हमलावर रहे। 

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सिर्फ वोट के लिए एक-दूसरे को टारगेट करते नेता
उन्होंने (सिद्धू) बिक्रम सिंह के खिलाफ दर्ज केस को ड्रग तस्करी की दिशा में कांग्रेस सरकार का बड़ा कदम बताया था। क्या उनका ये बड़ा कदम अब इस तरह से छोटा साबित हो रहा है? राकेश ढुल ने बताया कि नेता सिर्फ वोट बटोरने के लिए इस तरह की बातें करते हैं। हकीकत में वह एक-दूसरे को सपोर्ट ही करते हैं।

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