पंजाब के कपूरथला विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों के बीच हो रहे घमासान के दौरान अब AAP की उम्मीदवार रिटायर्ड जज मंजू राणा ने कानूनी दांव पेंच आजमाने शुरू कर दिए हैं।
कपूरथला। पंजाब के कपूरथला विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों के बीच हो रहे घमासान के दौरान अब AAP की उम्मीदवार रिटायर्ड जज मंजू राणा ने कानूनी दांव पेंच आजमाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कपूरथला से कांग्रेस के उम्मीदवार विधायक राणा गुरजीत सिंह पर कथित झूठा एफिडेविट चुनाव आयोग को दाखिल करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में एक पिटीशन दाखिल की है।
इस बात की जानकारी देते हुए मंजू राणा के वकील मानित मल्होत्रा और सुकेत गुप्ता ने बताया कि याचिका दायर करने के बाद अदालत ने 27 फरवरी को संबंधित रिकार्ड तलब किया है। कांग्रेस के उम्मीदवार राणा गुरजीत सिंह ने अपने नामांकन पत्र के साथ दिए गए एफिडेविट में गलत जानकारी दी। उन्होंने चुनाव आयोग को गुमराह करने की कोशिश की है। इस मामले में चुनाव आयोग को एतराज दर्ज करने के बाद भी कार्रवाई में हो रही देर को देखते हुए मंजू राणा ने अदालत की शरण ली है।
राणा गुरजीत सिंह ने छिपाई जानकारी
मानित मल्होत्रा ने बताया कि कांग्रेस के उम्मीदवार राणा गुरजीत सिंह ने चुनाव आयोग को नामांकन पत्रों के साथ दाखिल किए एफिडेविट में अहम तथ्य छिपाए हैं। असल में गांव मंसूरवाल में स्थित एकता भवन (2 कनाल 5 मरले ) जिसके हिस्सेदार सुखजिंदर कौर राणा और उनकी पत्नी राजबंस कौर राणा हैं। उक्त भूमि पर चंडीगढ़ सेक्टर 35 के यूनियन बैंक से 109 करोड़ 7 लाख का लोन है। मानित मल्होत्रा ने बताया कि इसी तरह कई तथ्यों को राणा गुरजीत सिंह ने छिपाते हुए तथा कम जानकारी देते हुए आयोग को गुमराह करने की कोशिश की है।
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