प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)के वाराणसी (Kashhi) में नए रूप में विश्व फलक पर अवतरित हो रहे काशी विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण किया। इस मौके पर मोदी ने कहा कि काशी भारत की आत्मा का जीवंत अवतार है। पूर्व और उत्तर को जोड़ते हुए बसी है काशी। यहां आकर किसी को भी गर्व महसूस होगा, यह प्राचीनता व नवीनता का समागम है। दिव्य काशी को भव्य बनाने का सपना पूरा करने के बाद मोदी ने जनता के बीच औरंगजेब से लेकर शिवाजी और अहिल्याबाई होलकर तक का जिक्र किया। करीब 339 करोड़ रुपए की लागत से बने इस कॉरिडोर से काशी में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। शाम को वे गंगा आरती में भाग लेने दशाश्वमेघ घाट पहुंचे। उन्होंने रो-रो बोट पर सवार होकर घाटों का अवलोकन किया।
07:13 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी शिव दीपोत्सव के अवसर पर गंगा महाआरती के विहंगम द्दश्य का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्रियों के साथ रो-रो बोट पर घाटों को निहार रहे हैं। लाखों दीपकों की रोशनी से नहाए काशी के घाटों पर एक साथ गंगा आरती के भव्य द्दश्य को गंगा नदी में रो-रो फेरी की दूसरी मंजिल पर खड़े प्रधानमंत्री एकटक निहारते रहे।
07:05 PM (IST) Dec 13
गंगा आरती के बीच हर-हर महादेव के नारे लग रहे हैं। देश के कोने-कोने से लोगों की मौजूदगी तट पर नजर आ रही है। 80 घाट पर हर-हर मोदी और बिपिन रावत जिंदाबाद के भी नारों की आवाज सुनाई दे रही है। लोगों ने कहा कि हमने ऐसा नजारा और ऐसा दीपोत्सव पहले कभी नहीं देखा।
07:01 PM (IST) Dec 13
विशिष्ठ मेहमान और हजारों लोगों की भीड़ गंगा के तट पर है। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर भी कार्यक्रम में मौजूद हैं।
06:48 PM (IST) Dec 13
वाराणसी में विवेकानंद क्रूज पर सवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरती में शामिल हैं। वाराणसी में आज शिव दीपोत्सव मनाया जा रहा है। इसके लिए 84 घाट पर बड़ी संख्या में दीपक लगाए गए हैं।
06:44 PM (IST) Dec 13
गंगा आरती में सामने से शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी। क्रूज पर सवार होकर गंगा आरती देख रहे हैं मोदी। वहीं से लोगों का कर रहे अभिवादन। गंगा आरती और मंत्रोच्चार के बीच काशी में अद्भुत नजारा है। घाटों पर जबरदस्त भीड़ नजर आ रही है।
06:33 PM (IST) Dec 13
दशाश्वमेघ घाट पहुंचा प्रधानमंत्री मोदी का क्रूज। प्रधानमंत्री मोदी यहीं से गंगा आरती में शामिल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री सामने से आरती देखेंगे इसलिए सीआरपीएफ को तैनात किया गया है।
06:30 PM (IST) Dec 13
वाराणसी पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि भव्य और दिव्य काशी के रूप में प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को विकसित किया है और जो लोकार्पण हुआ है वह आज इतिहास बना है। गजनवी और बाबर ने जो हिंदुओं की आस्था कुचली थी, उस सम्मान को आज स्थापित किया जा रहा है।
06:17 PM (IST) Dec 13
वाराणसी के दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती की शुरुआत हो रही है। यहां का नजारा बेहद भव्य है। रोशनी में जगमग काशी की चमक देश-दुनिया में बिखर रही है। थोड़ी ही देर में प्रधानमंत्री इस आरती में शामिल होंगे।
05:18 PM (IST) Dec 13
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के अवसर पर आज वाराणसी में शिव दीपावली मनाई जाएगी। यहां के लगभग 84 घाटों पर इसका आयोजन किया जा रहा है। एक बार फिर पूरी काशी जगमग होगी। प्रधानमंत्री मोदी भी शाम को गंगा आरती में शामिल होंगे।
04:18 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलकनंदा क्रूज से रविदास घाट पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं। यहां पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी ने संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। शाम 6 बजे मोदी गंगा आरती में शामिल होंगे।
03:53 PM (IST) Dec 13
दोपहर के भोजन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम के प्रोजेक्ट (1) के तहत बन रहे भवनों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उन्होंने एक-एक जगह जाकर पूरी जानकारी ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसके वीडियो और फोटो शेयर किए हैं।
03:13 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी ने काशी कॉरिडोर का लोकार्पण करने के बाद उन कामगारों के साथ दोपहर का भोजन किया, जिन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट को साकार किया।
02:44 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री ने संबोधन खत्म करने के साथ काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में लगे शिलापट का भी उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने ललिता घाट से गंगा जल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव का अभिषेक किया। यह कॉरिडोर देश-दुनिया से यहां पहुंचे श्रद्धालुओं का अवागमन सुगम करेगा।
02:30 PM (IST) Dec 13
देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं और बाबा की पवित्र धरती से मांग रहा हूं। पहला स्वच्छता, दूसरा सृजन और तीसरा आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास। स्वच्छता अनुशासन है। भारत स्वच्छ नहीं होगा तो जीवन में आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
02:28 PM (IST) Dec 13
हर भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है। हम तप जानते हैं, तपस्या जानते हैं, देश के लिए दिन रात खपना जानते हैं। चुनौती कितनी ही बड़ी क्यों न हो, हम भारतीय मिलकर उसे परास्त कर सकते हैं। आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है। यहां काशी में तो माता अन्नपूर्णा खुद विराजती हैं। मुझे खुशी है कि काशी से चुराई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा, एक शताब्दी के इंतजार के बाद अब फिर से काशी में स्थापित की जा चुकी है।
02:24 PM (IST) Dec 13
मोदी ने कहा- काशी अहिंसा,तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थंकरों की धरती है। राजा हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा से लेकर वल्लभाचार्य,रमानन्द जी के ज्ञान तक चैतन्य महाप्रभु,समर्थगुरु रामदास से लेकर स्वामी विवेकानंद,मदनमोहन मालवीय तक कितने ही ऋषियों,आचार्यों का संबंध काशी की पवित्र धरती से रहा है। सोमनाथ से लेकर विश्वनाथ तक हर ज्योतिर्लिंग का संस्मरण करने से हर संशय दूर होता है। तब असंभव क्या बचता है। जब भी काशी ने करवट ली तब कुछ नया हुआ है। काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण भारत को एक निर्णायक दिशा देगा। ये परिसर हमारे सामर्थ्य का साक्षी है। विनाश करने वालों की शक्ति भारत की शक्ति और भक्ति से बड़ी नहीं हो सकी।
02:11 PM (IST) Dec 13
मोदी ने कहा - औरंगजेब के अत्याचार का इतिहास साक्षी है। उसने तलवार के बदले सभ्यता को बदलने की कोशिश की। लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है। यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं। यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं! अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। और अंग्रेजों के दौर में भी, हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं। आतंक के वो पर्याय इतिहास के काले पन्नों में सिमटकर रह गए। मेरी काशी आगे बढ़ रही है।
02:05 PM (IST) Dec 13
जब मैं बनारस आया था तब मुझे विश्वास था। खुद पर नहीं, बनारस के लोगों पर था। कुछ लोग कहते थे यह कैसे होगा। मोदी जी जैसे बहुत सारे लोग आए और चले गए। ऐसे तर्क दिए जाने लगे थे कि यहां कुछ नहीं हो सकता। ये जड़ता बनारस की नहीं थी। थोड़ी बहुत राजनीति थी, थोड़ा कुछ लोगों का निजी स्वार्थ। इसलिए बनारस पर आरोप लगाए जा रहे थे। लेकिन काशी तो काशी है। काशी में एक ही सरकार है... जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है। जहां गंगा अपनी धारा बदलकर बहती हो, उस काशी को भला कौन रोक सकता है। यह जो कुछ भी हुआ है महादेव ने ही किया है। यहां जो कुछ होता है महादेव की ही इच्छा से होता है। ई विश्वनाथ धाम त बाबा आपन आशीर्वाद से बनइले हवन।
02:04 PM (IST) Dec 13
मोदी ने कहा - यहां किसी के लिए पहुंचना सुगम हो चुका है। दिव्यांग भाई-बहन, बुजुर्ग माता-पिता बोट से सीधे जेटी तक आएंगे। घाट तक आने के लिए एस्क्लेटर लगाए गए हैं। वहां से सीधे मंदिर आ सकेंगे। संकरे रास्तों की वजह से मंदिर तक आने में जो परेशानी होती थी अब वह कम होगी। यहां मंदिर पहले 3000 वर्ग फीट में था, वह अब करीब 5 लाख वर्गफीट का हो गया है। अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50-60 और 70 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं।
01:57 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी बाबा विश्वनाथ के दरबार में वहीं की स्थानीय भाषा में लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा- पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है। एक अलौकिक ऊर्जा यहां आते ही अंतरआत्मा को जागृत कर देती है। हमने शास्त्रों में सुना है, जब भी कोई पुण्य अवसर होता है तो सारी दैवीय शक्तियां बनारस में बाबा के पास उपस्थित हो जाती हैं। कुछ ऐसा ही अनुभव आज मुझे बाबा के दरबार में आकर हो रहा है। आज भगवान शिव का प्रिय दिन सोमवार है। शुक्ल पक्ष दशमी तिथि एक नया इतिहास रच रही है। हमारा सौभाग्य है कि हम इस तिथि के साक्षी बन रहे हैं। यहां जो मंदिर लुप्त हो गए थे, उन्हें पुनर्स्थापित किया जा चुका है।
01:52 PM (IST) Dec 13
देश के हर कोने से आए पूज्य संतगण और मेरे प्यारे काशीवासी... काशी के सभी बंधुओं के साथ बाबा विश्वनाथ के चरणों में हम शीश नवावत है। माता अन्नपूर्ण के चरणन का बार बार बंदन करत है। अभी मैं बाबा के साथ-साथ नगर कोतवाल काल भैरव जी का दर्शन करके ही आ रहा हूं। देश वासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं। काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो तो सबसे पहले उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं।
01:36 PM (IST) Dec 13
योगी ने कहा- महात्मा गांधी ने यहां की गंदगी को देखकर पीड़ा जताई थी। यहां की तंग गलियों पर पीड़ा जताई थी। गांधी जी के नाम पर तमाम लोगों ने सरकारें चलाईं। उनके सपने को साकार करने का काम मोदीजी ने किया है। ये धाम अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य उसी श्रृंखला को एक नया स्वरूप प्रदान करता है।
01:34 PM (IST) Dec 13
काशी विश्वनाथ धाम के भव्य लोकार्पण कार्यक्रम से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा - बाबा विश्वनाथ की अपार कृपा हम सब पर बरस रही है। काशी के कोतवाल बाबा भैरवनाथ भी आह्लादित हैं। मां गंगा खुश हैं। काशीवासियों की हजारों वर्षों की प्रतीक्षा को प्रधानमंत्री मोदी ने दूर किया है। यह काशीवासियों का सौभाग्य है कि मोदी उनके सांसद हैं। 1000 वर्षों से काशी विपरीत परिस्थितियों का सामना कर रही थी। हालांकि अहिल्या बाई होलकर और महाराजा रणजीत सिंह ने अपना योगदान किया। ग्वालियर की महारानी ने भी अपना योगदान दिया। लेकिन मोदी के नेतृत्व में भारतीय परंपरा को आगे बढ़ने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह हम सभी का सौभाग्य है।
01:22 PM (IST) Dec 13
कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले मोदी ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया। आचार्यों ने विधिवत यह अनुष्ठान संपन्न कराया। इसके बाद उन्होंने लोगों पर फूलों की बारिश की। प्रधानमंत्री ने लोगों के बीच जाकर उनके साथ तस्वीर खिंचवाई। अब कुछ ही देर में प्रधानमंत्री काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने जा रहे हैं। 1:25 बजे का मुहूर्त रखा गया है। इसका इंतजार पूरा देश कर रहा है।
01:15 PM (IST) Dec 13
भारत की प्रतीकात्मक पृष्ठभूमि में पत्थर से बनी भारत माता प्रतिमा, महारानी अहिल्याबाई होल्कर और संत आदि शंकराचार्य की प्रतिमाओं को काशी विश्वनाथ धाम के विशाल परिसर में स्थापित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ घंटे बाद ही महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इससे प्राचीन शहर में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
01:02 PM (IST) Dec 13
काशी विश्वनाथ मंदिर में पीएम मोदी को आचार्य विधि-विधान से पूजन करवा रहे हैं। इस पूजन के बाद जलाभिषेक होगा और फिर प्रधानमंत्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे।
12:57 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी मंदिर पहुंच चुके हैं। सबसे पहले वे बाबा विश्वनाथ का गंगाजल से अभिषेक करेंगे। इसके बाद विधिवित पूजा-अर्चना होगी। इस क्षण का साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में लोग वाराणसी में मौजूद हैं।
12:53 PM (IST) Dec 13
काशी विश्वनाथ धाम को लोगों को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी शाम को राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के साथ क्रूज पर एक अनौपचारिक ‘बैठक' में शामिल होंगे।
12:48 PM (IST) Dec 13
काशी विश्वनाथ के द्वार पर लोगों का हुजूम है। यहां आने वाले लोगों को पास दिए गए हैं। पास देखकर ही लोगों को एंट्री दी जा रही है। हर-हर महादेव के साथ मोदी-योगी के नारे लग रहे हैं। मोदी कलश में गंगाजल लेकर रेड कार्पेट पर चलकर आगे बढ़ रहे हैं। 151 डमरू दल मोदी का अभिनंदन कर रहे हैं।
12:31 PM (IST) Dec 13
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण की खुशी चारों तरफ दिख रही है। डमरुओं की गूंज और हर-हर महादेव के जयकारे लग रहे हैं। लोग सीएम योगी के साथ हर-हर मोदी के नारे लगा रहे हैं।
12:27 PM (IST) Dec 13
1669 में अहिल्याबाई होल्कर ने काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनरोद्धार कराया था। उसके लगभग 350 वर्ष बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने मंदिर के विस्तारीकरण और पुनरोद्धार के लिए 8 मार्च, 2019 को विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। इस कॉरिडोर पर 339 करोड़ रुपए का खर्च आया है।
12:22 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी गंगा जल लेकर आगे बढ़ चुके हैं। यही जल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे और भगवान शिव का अभिषेक करेंगे। इससे पहले उन्होंने गंगा में डुबकी लगाईं और सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजन किया।
12:13 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी ललिता घाट से गंगाजल लेने के लिए निकले। भगवा वस्त्र पहने प्रधानमंत्री ने गंगा में डुबकी लगाई और गंगा की पूजा की। उन्होंने सूर्य को जल अर्पित किया। इसके बाद वे बाबा विश्वनाथ के मंदिर के लिए निकलेंगे।
12:08 PM (IST) Dec 13
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पवित्र काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्र को बदल देगा। इस कॉरिडोर से पहले मंदिर में गंगा से घाट सीधे दिखाई नहीं देते थे। लेकिन अब 20-25 फीट चौड़ा कॉरिडोर गंगा के ललिता घाट को मंदिर परिसर और मंदिर चौक से जोड़ेगा। प्राचीन काल की तरह, शिव भक्त हर सुबह पवित्र नदी में डुबकी लगा सकता है और मंदिर में भगवान शिव को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकता है, जो अब घाट से सीधे दिखाई देगा।
12:01 PM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ललिता घाट पहुंच गए हैं। दोनों क्रूज से बाहर निकले और प्रधानमंत्री ने कॉरिडोर का निरीक्षण किया। वे ललिता घाट की ओर ऊपर बढ़ रहे हैं। यहां से वे बाबा के अभिषेक के लिए जल लेंगे। प्रधानमंत्री यहां के पुराने संरक्षित किए गए मंदिरों को देख रहे हैं।
11:52 AM (IST) Dec 13
खिड़किया घाट से मोदी ललिता घाट पहुंचने वाले हैं। दोनों के बीच की दूरी 5 किमी है। काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजन के दौरान मोदी के साथ न्यास के लोग मौजूद रहेंगे। पहली पूजा गर्भगृह में होगी। इसमें मंदिर के महंत और मुख्य पूजन अर्चन करने वाले लोग मौजूद रहेंगे।
11:46 AM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर ललिता घाट पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा है। वे काशी कॉरिडोर के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देने के लिए जमा हैं। ललिता घाट गंगा के रास्ते बाबा विश्वनाथ के दर्शन कराने का नया रास्ता खोला गया है। यहां से जल लेकर बाबा का जलाभिषेक किया जा सकेगा। प्रधानमंत्री खुद इसकी शुरुआत कर रहे हैं।
11:31 AM (IST) Dec 13
प्रधानमंत्री मोदी खड़किया घाट पहुंच चुके हैं। इसके बाद वे इसे काशी की जनता को समर्पित करेंगे। इससे पहले उन्होंने घाट का जायजा लिया और सीएम योगी से जानकारी ली। अब मोदी यूपी के सीएम योगी के साथ बोट से ललिता घाट जाएंगे। वहां से गंगाजल लेकर काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे। लोकार्पण के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है।
11:20 AM (IST) Dec 13
काल भैरव मंदिर में पूजा-आरती करने के बाद मोदी का काफिला राजघाट के लिए निकल गया है। यहां से मोदी क्रूज पर सवार होकर बाबा विश्वनाथ धाम के लिए निकलेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जबरदस्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पीएम की एक झलक देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। लोगों की भीड़ देखकर पीएम ने गाड़ी का दरवाजा खोला और अंदर से ही लोगों के साथ सेल्फी खिंचवाई।
11:15 AM (IST) Dec 13
काल भैरव मंदिर में पूजा-आरती करने के बाद प्रधानमंत्री गंगा के रास्ते काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने पहुंचेंगे। क्रूज पर सवार होकर वे गंगा जल लेंगे और बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करेंगे। पूजा और लोकार्पण का समय आचार्यों से काफी विचार विमर्श के बाद लिया गया है।