खटीमा सीट इलेक्शन रिजल्ट 2022: CM पुष्कर सिंह धामी की करारी हार, कांग्रेसी भुवन चंद्र ने 6,579 वोटों से हराया

इस विधानसभा क्षेत्र में महाराणा प्रताप के वंशज माने जाने वाले राणा-थारू परिवारों के साथ ही पिथौरागढ़, मुन्स्यारी, लोहाघाट, चंपावत इलाके से आए पर्वतीय लोग भी निवास करते हैं। यहां अच्छी तादाद देश विभाजन के समय आए सिख परिवारों और मुस्लिमों की भी है। कहा जाता है कि पहाड़ी वोट बैंक और थारू जनजाति के वोट बैंक को जिसने साधा वही यहां से जीत हासिल करता है।

Anand Pandey | Published : Mar 9, 2022 8:56 PM IST / Updated: Mar 10 2022, 11:36 PM IST

Khatima Election Results 2022: खटीमा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भुवन चंद्र (Bhuwan  Chandra) ने मुख्यमंभी पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) को 6,579 वोटों से हराकर शानदार जीत दर्ज की। भुवन को जहां 48,177 वोट मिले, तो वहीं सीएम को 41,598 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी को ने कुल वोटों के 51.89 प्रतिशत वोट अपनी झोली में डाले। वहीं पुष्कर सिंह को केवल 44.8 प्रतिशत वोट ही मिले। 

खटीमा सीट से जुड़ी खास बात

उधमसिंह नगर (Udham Singh Nagar) जनपद की खटीमा विधानसभा सीट (Khatima Assembly Seat) सबसे हॉट सीटों में से एक है। खटीमा विधानसभा सीट से दो बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद से ये सीट सुर्खियों में है। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस (Congress) के भुवन कापड़ी  (Bhuwan Kapri) से है। आम आदमी पार्टी (AAP) के एसएस कलेर भी अपनी चुनावी किस्मत खटीमा से आजमा रहे हैं। खटीमा की पहचान देश के एकमात्र मगरमच्छ पार्क को लेकर भी है।

सामाजिक समीकरण
खटीमा विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां करीब सवा दो लाख की आबादी है। इस विधानसभा क्षेत्र में महाराणा प्रताप के वंशज माने जाने वाले राणा-थारू परिवारों के साथ ही पिथौरागढ़, मुन्स्यारी, लोहाघाट, चंपावत इलाके से आए पर्वतीय लोग भी निवास करते हैं। यहां अच्छी तादाद देश विभाजन के समय आए सिख परिवारों और मुस्लिमों की भी है। कहा जाता है कि पहाड़ी वोट बैंक और थारू जनजाति के वोट बैंक को जिसने साधा वही यहां से जीत हासिल करता है।

ऐसे रहे हैं पिछले नतीजे
खटीमा विधानसभा सीट से 2002 और 2007 के चुनाव में कांग्रेस के एडवोकेट गोपाल सिंह राणा विधायक बने थे। गोपाल सिंह राणा ने 2007 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार गोपाल सिंह राणा को करीब 17,000 वोटों से हराया था। 2007 में उत्तराखंड क्रांति दल (UKD) के केआर सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे। 2012 के चुनाव में बीजेपी ने भगत सिंह कोश्यारी के मुख्यमंत्री रहते समय उनके ओएसडी रहे पुष्कर सिंह धामी को उम्मीदवार बनाया। बीजेपी के पुष्कर सिंह धामी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के देवेंद्र चंद्र को 5,394 वोट से हरा दिया और पहली बार विधायक बने। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को मैदान में उतारा। धामी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के भुवन कापड़ी को 2,709 वोटों से हराकर दूसरी बात विधायक बने।

खटीमा में किसकी कितनी आबादी
खटीमा सीट की बात करें तो साल 2011 की जनगणना के अनुसार यहां कुल 2 लाख 27 हजार 226 की जनसंख्या थी। इनमें से 1 लाख 15 हजार 366 पुरुष और 1 लाख 11 हजार 860 महिलाएं थीं। 20.5 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्रों में जबकि 79.5 फीसदी आबादी ग्रामीण अंचलों में रहती है। खटीमा में 30 हजार 820 लोग अनुसूचित जाति और 53 हजार 692 जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है। धर्म के आधार पर बात करें तो क्षेत्र में कुल 1 लाख 81 हजार 322 यानी 79.8 फीसदी हिंदू हैं। जिनमें पुरुषों की संख्या 91 हजार 446 है, जबकि महिलाओं की संख्या 89 हजार 876 है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार खटीमा में 30 हजार 993 यानी 13.64 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। जिनमें पुरुषों की संख्या 16 हजार 154 और महिलाओं की संख्या 14 हजार 839 है। यहां तीसरी सबसे बड़ी जनसंख्या सिख समुदाय की है। 13 हजार 387 यानी 5.89 फीसदी सिख रहते हैं।

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