बकौल आयरा, "मेरी मां ने बताया कि मैं जीना नहीं चाहती थी। मैं दिनभर सोती रहती थी, ताकि दिन में मेरी जिंदगी के कुछ घंटे कम हो जाएं।" आयरा ने इस दौरान यह भी कहा कि पैरेंट्स के अलगाव का उन पर ज्यादा असर नहीं पड़ा, क्योंकि वह सौहार्दपूर्ण तरीके से हुआ था। फिर भी वे दुखी रहती थीं। हालांकि, वे इसके पीछे की वजह नहीं समझ पा रही थीं।