देसाई की पत्नी ने कर्जदाता कंपनी ECL फाइनेंस के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है।
Art Director Nitin Desai death case: बालीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई के मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। देसाई की पत्नी ने कर्जदाता कंपनी ECL फाइनेंस के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। आर्ट डायरेक्टर की पत्नी नेहा ने एफआईआर में आरोप लगाया कि कंपनी के अधिकारी उनके पति को गंभीर मानसिक तनाव देने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि क्रेडिटर फर्म के कर्मचारियों ने लोन के लिए उनके पति को परेशान किया, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली। ईसीएल फाइनेंस एडलवाइस समूह की एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस ब्रांच है। एफआईआर में कहा गया है कि देसाई अपनी कंपनी द्वारा लिए गए ऋण के संबंध में मानसिक उत्पीड़न का सामना कर रहे थे और इसके कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली।
नितिन देसाई ने अपने स्टूडियो में आत्महत्या कर लिया था
लगान और जोधा अकबर जैसी बॉलीवुड फिल्मों के लिए काम कर चुके आर्ट डायरेक्टर देसाई की बुधवार (2 August) को महाराष्ट्र के रायगढ़ में अपने स्टूडियो में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
देसाई की कंपनी ने करीब 252 करोड़ रुपये की कर्ज ले रखी थी। वह लोन चुकाने में असफल रहे थे। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच ने उनके दिवालिया कार्यवाही शुरू कर दी थी। आर्ट डायरेक्टर देसाई की कंपनी, एनडी आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने 2016 और 2018 में ईसीएल फाइनेंस से दो लोन्स के माध्यम से ₹ 185 करोड़ उधार लिए थे। इसके रिपेमेंट को लेकर जनवरी 2020 से परेशानी शुरू हो गई थी।
नितिन देसाई को 4 बार मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
नितिन देसाई बॉलीवुड के फेमस आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने कई भव्य और आलीशान सेट तैयार किए हैं। उन्होंने लगान, देवदास, जोधा अकबर, मिशन काश्मीर, हम दिल दे चुके सनम, स्वदेश ( Lagaan, Devdas, Jodha Akbar, Mission Kashmir, Hum Dil De Chuke Sanam, Swadesh) और प्रेम रतन धन पायो, खारी ( Prem Ratan Dhan Payo, Khari ) जैसी फिल्मों का सेट डिजाइन किया था । देसाई को चार बार बेस्ट आर्ट डायरेक्शन का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है। देसाई को साल 2000 में हम दिल दे चुके सनम और 2003 में देवदास के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशक के राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जा चुका है।
यह भी पढ़ें:
EXCLUSIVE: आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई के साथ 1994 में ऐसा क्या हुआ था कि सबकुछ बदल गया?