फिल्म इंडस्ट्री में रहने वाले स्टार्स को लोग अक्सर खुशहाल और लग्जरी लाइफ जीने वाले समझते हैं। उन्हें लगता है कि उन्हें कोई तकलीफ नहीं होती। लेकिन एक स्टार हीरोइन का कहना है कि हम भी इंसान हैं और हमें भी तकलीफें होती हैं। आखिर कौन हैं ये हीरोइन?
सिनेमा के सितारों को अक्सर लोग लग्जरी सिंबल के तौर पर देखते हैं। उन्हें लगता है कि वो बहुत आरामदायक जिंदगी जीते हैं और उन्हें कोई खास परेशानी नहीं होती। बड़े-बड़े बंगले, AC कारें, विदेश यात्राएं, मौज-मस्ती - यही सब उनकी जिंदगी होती है, ऐसा बहुत से लोगों का मानना होता है। लेकिन हकीकत में उन्हें भी तकलीफें होती हैं, उनके भी आंसू निकलते हैं। सिर्फ सेलेब्रिटी होने का मतलब ये नहीं कि उनकी जिंदगी हमेशा खुशियों से भरी होती है। कई कलाकार अपनी जिंदगी के उतार-चढ़ाव के बारे में खुलकर बात करते हैं। हाल ही में एक बॉलीवुड हीरोइन ने भी इसी बारे में अपनी राय रखी। आखिर उन्होंने क्या कहा?
बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी ने भी हाल ही में अपनी जिंदगी में आई मुश्किलों और दुखों के बारे में खुलकर बात की। एक मंच पर उन्होंने अपने दिल की बात कही और कई खुलासे किए। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को परेशान किया। उसी दौरान उनकी जिंदगी में भी एक दुखद घटना घटी। 2020 में वो दूसरी बार गर्भवती हुईं, लेकिन दुर्भाग्य से 5 महीने बाद ही उन्होंने अपना बच्चा खो दिया। उन्होंने बताया कि इस घटना के बारे में किसी को नहीं पता था।
रानी ने इस बात पर दुख जताया कि जब भी वो अपनी तकलीफें शेयर करती हैं तो कुछ लोग उसे प्रमोशन का जरिया बताते हैं। उन्होंने साफ किया कि वो कभी भी फिल्म प्रमोशन के लिए अपनी निजी जिंदगी का इस्तेमाल नहीं करतीं। रानी ने कहा कि वो अपनी निजी जिंदगी और फिल्मों के बीच हमेशा एक दूरी बनाए रखती हैं। उन्होंने अपने जीवन की इस दुखद घटना को अपने प्रशंसकों के साथ साझा किया।
रानी ने बताया कि इस घटना के दस दिन बाद ही निर्माता निखिल आडवाणी ने उन्हें फोन करके 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' फिल्म की कहानी सुनाई। रानी ने कहा, 'नॉर्वे जैसे देश में एक भारतीय परिवार को इतनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, ये जानकर यकीन नहीं हुआ। लेकिन जब सच्चाई पता चली तो मैंने तुरंत फिल्म के लिए हां कर दी।'